इंडियन पासपोर्ट में होंगे ये पांच बड़े बदलाव, अब हर नागरिक को सरकार देगी ये पांच स्मार्ट सुविधाएं
इंडियन पासपोर्ट को आधुनिक बनाया जाएगा। अब सभी नागरिकों को RFID चिप वाले ई पासपोर्ट मिलेंगे जो कि आपकी सुरक्षा को कई गुना तक बढ़ा देंगे। अब पासपोर्ट में कोई भी ऐसी जानकारी नहीं छपेगी जो निजता के लिए अहम है। साल 2030 तक सरकार पासपोर्ट सेवा केन्द्रो की संख्या भी बढ़ा देगी ताकि पासपोर्ट बनाना और भी ज्यादा आसान हो जाए। अब पासपोर्ट से जुड़े पांच बड़े बदलाव होने वाले हैं इसके बारे में हर नागरिक को जानना चाहिए। तो आइये जानते हैं इसके बारे में विस्तार से...
पासपोर्ट में होंगे ये पांच बड़े बदलाव
1.ई पासपोर्ट की शुरुआत
इंडियन गवर्नमेंट के द्वारा गोवा और रांची सहित कई शहरों में चिप वाली ई-पासपोर्ट की शुरुआत कर दी गई है। इस पासपोर्ट में RFID चिप लगी है जो कि आपका बायोमेट्रिक और व्यक्तिगत डेटा जैसे कि फिंगरप्रिंट और तस्वीरों को सुरक्षित रखती है। इसका मुख्य उद्देश्य धोखाधड़ी से सबको बचाना है।
जन्मतिथि के प्रमाण पत्र से जुड़े नियम
1 अक्टूबर 2023 के बाद जन्मे लोगो को पासपोर्ट के साथ अपना जन्म प्रमाण पत्र जमा करना होगा। 1 अक्टूबर 2023 के पहले जन्मे लोगों को अपना आधार कार्ड पैन कार्ड राशन कार्ड जैसे वैकल्पिक दस्तावेजों को पासपोर्ट ऑफिस में सबमिट करना होगा।
आवासीय पता हटाना
अब आपका पासपोर्ट के अंतिम पृष्ठ पर आवासीय पता नहीं दिया जाएगा, इसके जगह पर एक बारकोड दिया जाएगा। इस बारकोड को स्कैन करेंगे तो आपके पति की पूरी जानकारी आपके फोन पर आसानी से दिख जाएगी । यह जानकारी केवल अधिकारियों को ही दिखाई देगी इससे आपकी प्राइवेसी बनी रहेगी।
माता-पिता का नाम हटाना
भारत सरकार ने फैसला लिया है कि अब पासपोर्ट पर माता-पिता का नाम नहीं डाला जाएगा।
2030 तक पासपोर्ट केन्द्रो की संख्या बढ़ाने का लक्ष्य
केंद्र सरकार ने इस साल 2030 तक पासपोर्ट केन्द्रो को बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। आप पासपोर्ट केदो की संख्या बढ़ाकर 600 तक कर दी जाएगी। इसका मुख्य उद्देश्य नागरिकों को कम समय में पासपोर्ट उपलब्ध कराना और पासपोर्ट सेवाओं को अधिक सुविधाजनक बनाना है।