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today gold rate:सोने की कीमत पहुंची एक लाख के पास, साढे़ तीन महीने में 15 प्रतिशत से अ​धिक रिटर्न

सोने की कीमत पहुंची एक लाख के पास, साढे़ तीन महीने में 15 प्रतिशत से अ​धिक रिटर्न
 

नई दिल्ली। इस समय दुनिया में सोने की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हैं। कुछ वजह से लगातार सोने की कीमतें बढ़ती जा ही हैं। सोने ने पिछले साढ़े तीन महीने में सबसे ज्यादा रिटर्न दिया है। सोने ने इस नए साल 2025 में 15 प्रतिशत से ज्यादा का लाभ निवेशकों को पहुंचाया है। यदि हम दिल्ली में सोने की कीमतों की बात करें तो 15 अप्रैल को सोने की कीमत 96 हजार 450 रुपये प्रति दस ग्राम है। इससे पहले भारत में सोने के रेट इतने अ​धिक कभी नहीं हुए। अप्रैल महीने के अंत तक सोने के भाव एक लाख रुपये प्रति दस ग्राम को पार कर जाएंगे। सोने में तेजी की सबसे बड़ी वजह यह है कि दुनियाभर के केंद्रीय बैंक इस समय सोने में अपना निवेश बढ़ा रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोना 16 अप्रैल को 3266.65 डॉलर प्रति औंस पहुंच गया है। 


कमोडिटी एक्सचेंज पर भी लगातार तेजी
यदि हम कमोडिटी एक्सचेंज की बात करें तो यहां लगातार सोने की कीमतों में वृद्धि हो रही है। गोल्ड फ्यूचर्स में सुबह बाजार खुलते ही सोने की कीमतों में 1079 रुपये यानी 1.15 प्रतिशत का उछाल देखने को मिला। इसके साथ ही सोना 94 हजार 530 रुपये प्रति दस ग्राम तक पहुंच गया। वहीं 15 अप्रैल को यह दिल्ली में 96 हजार 450 रुपये था। 


सोने ने निवेशकों को किया मालामाल
फाइनें​शियल वर्ष 2024-25 में भारत में स्टॉप गोल्ड की कीमतों में 32 प्रतिशत तक उछाल आया। इतना अ​धिक रिटर्न स्टॉक मार्केट में भी नहीं मिल रहा है। इस दौरान निफ्टी ने भी केवल 5 प्रतिशत रिटर्न दिया है। सोने ने जितना नि​वेश दिया है, उतना किसी भी अन्य साधनों से नहीं मिला है। इस साल अब तक सोने में 15 प्रतिशत रिटर्न दिया है। 


ईटीएफ गोल्ड में भी हो रहा निवेश
सबसे बड़ी बात यह है कि निवेशक केवल फिजिकल गोल्ड ही नहीं खरीद रहे, ब​ल्कि वह गोल्ड ईटीएफ में भी निवेश कर रहे हैं। ईटीएफ ने दूसरे अन्य एसेट्स के मुकाबले ज्यादा रिटर्न दिया है। यदि हम 2024 की बात करें तो ईटीएफ का औसतन रिर्टन 20 प्रतिशत रहा। इतना रिटर्न किसी अन्य एसेट्स में नहीं मिला है। 


गोल्ड की कीमतें किस दिशा में जाएंगी, नहीं कोई जवाब
यदि आप किसी विशेषज्ञ से यह पूछें कि गोल्ड की कीमतें भविष्य में क्या होंगी, तो इसका किसी के पास कोई स्टीक जवाब नहीं है। सोने की कीमतों के बढ़ने में सबसे ज्यादा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति का है। इस समय ग्लोबल अर्थव्यवस्था की जो तस्वीर दिखाई दे रही है, उससे निवेशकों का ध्यान सोने की तरफ गया है और उन्होंने इसमें दिलचस्पी दिखाई है। वहीं आरबीआई ने भी अपना सोने का रिजर्व 72.6 टन बढ़ा दिया है। ऐसे में आरबीआई का सोने में रिजर्व अब 876.18 टन हो गया है। इसके अलावा जियो पॉलिटिकल टेंशन के कारण भी सोने की कीमतें बढ़ रही हैं। इसके अलावा रूस-यूक्रेन के बीच भी शांति बहाल नहीं हो रही। इजरायल और फिलिस्तीन के बीच टकराव जारी है। ऐसे में ग्लोबल ट्रेड वार बढ़ने के भी आसार हो गए हैं। इसलिए सोने में निवेश लगातार बढ़ता जा रहा है।