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Success Story: बचपन में की दिहाड़ी, खाने के लिए नहीं थे पैसे, ग़रीबी से लड़कर राजस्थान का बेटा बना IAS

 

Success Story: यूपीएससी की परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। हर साल लाखों की संख्या में अभ्यर्थी इस परीक्षा को देते हैं लेकिन इसमें सफलता मात्र कुछ अभ्यर्थियों को ही मिलती है। आज हम आपको एक ऐसे अभ्यर्थी की कहानी बताएंगे जो मुश्किलों से लड़कर इस कठिन परीक्षा को पास कर दिखाएं।

 हम बात कर रहे हैं राजस्थान के दौसा जिले के राम भजन की। राम भजन बचपन में  मजदूरी करते थे लेकिन वह अफसर बनना चाहते थे। राम भजन कुम्हार राजस्थान के दौसा के छोटे से गांव के रहने वाले हैं। उन्हें साल 2022 में यूपीएससी की परीक्षा में सफलता मिली। उनका बचपन बेहद गरीबी में बिता लेकिन उन्होंने कभी मुश्किलों के आगे हार नहीं मानी।

 राम भजन का जन्म 1988 में दौसा जिले के वापी गांव में कन्हैया कुमार के घर हुआ। उनका बचपन गरीबी में गुजरा और माता-पिता ने मजदूरी करके उनके पालन पोषण किया। बचपन में वह भी मजदूरी करते थे। साल 2009 में राम भजन ने मेहनत से दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल की नौकरी पाई और 2022 में हेड कांस्टेबल बन गया।

 2012 में उनकी शादी अंजलि नाम की लड़की से हो गई जो आठवीं तक पढ़ी थी। उन्होंने अपनी पत्नी को पढ़ने के लिए प्रेरित किया और शादी के बाद उन्हें B.Ed कराया और टीचर बनाया। राम भजन ने सात बार यूपीएससी की परीक्षा में असफलता पाई आठवीं बार में उन्हें सफलता मिल गई।

रामभजन की सफलता इसलिए भी खास है क्योंकि उन्होंने ना सरकार को कोसा, ना सिस्टम को, बस खुद को बार-बार बेहतर बनाया। उनका मानना है कि – "किस्मत से ज्यादा मेहनत पर भरोसा रखो, मंजिल अपने आप रास्ता दिखा देगी।" अब अफसर बनने के बाद रामभजन ने अपने लिए एक नया लक्ष्य तय किया है — “मैं गांव के उन बच्चों को गाइड करूंगा जो आज भी ईंट भट्‌ठों और खेतों में मजदूरी करते हैं, ताकि कोई और रामभजन न बनकर अफसर बन सके।