Krishna Janmashtami: कृष्ण जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण को अर्पित करें ये विशेष फुल, जीवन की परेशानियां होगी दूर
Krishna Janmashtami: कृष्ण जन्माष्टमी के त्यौहार का सनातन धर्म में विशेष महत्व है। इस दिन भगवान कृष्ण की पूजा होती है। भगवान कृष्ण की पूजा करने से जीवन की सभी परेशानियां दूर हो जाती है और जीवन में खुशहाली आती है। जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण को पूजा के समय कुछ विशेष फूल अर्पित करनी चाहिए इससे नंदलाल प्रसन्न होते हैं और जीवन की परेशानियां दूर करते हैं।
कृष्ण जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण को फूल अर्पित करना उनकी पूजा का एक महत्वपूर्ण और पवित्र हिस्सा माना जाता है। फूल भगवान को प्रसन्न करने का सरल और सुंदर माध्यम हैं, और यह भक्ति का प्रतीक भी होते हैं। इस दिन भगवान कृष्ण को उनकी प्रिय वस्तुओं के साथ-साथ ताजे और सुगंधित फूल अर्पित किए जाते हैं, जो पूजा को और अधिक भव्य और दिव्य बनाते हैं।
फूलों का महत्व
फूलों को शुद्धता, सौंदर्य और भक्ति का प्रतीक माना जाता है। कृष्ण जन्माष्टमी पर भगवान के चरणों में फूल अर्पित करने से भक्तों की भक्ति और श्रद्धा को गहराई मिलती है। फूलों की सुगंध वातावरण को पवित्र बनाती है और पूजा में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है।
कौन-कौन से फूल अर्पित करें
1. तुलसी के पत्ते और फूल
भगवान कृष्ण को तुलसी अत्यंत प्रिय है। पूजा में तुलसी के पत्तों और फूलों को अवश्य शामिल करें। तुलसी का अर्पण करने से भगवान की कृपा जल्दी प्राप्त होती है।
2. गेंदे के फूल:
गेंदे के फूल (पीले और नारंगी रंग के) शुभता का प्रतीक हैं। इनसे भगवान की मूर्ति, झूला और मंदिर को सजाया जाता है।
3. गुलाब के फूल:
गुलाब का फूल प्रेम और भक्ति का प्रतीक है। भगवान के चरणों में लाल और सफेद गुलाब अर्पित करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है।
4. कमल का फूल:
कमल शुद्धता और आध्यात्मिकता का प्रतीक है। भगवान कृष्ण की मूर्ति के पास इसे अर्पित करने से पूजा का महत्व बढ़ जाता है।
5. चमेली और मोगरा:
चमेली और मोगरा के फूल अपनी सुगंध से पूजा स्थल को पवित्र बनाते हैं। इन फूलों से भगवान को माला बनाकर अर्पित करें।
6. पारिजात (हरसिंगार):
पारिजात का फूल भगवान को अर्पित करना शुभ माना जाता है। यह उनकी कृपा प्राप्त करने का माध्यम बनता है।