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Center Scholarship: केंद्र सरकार सरकार इन विद्यार्थियो को देगी प्रत्येक वर्ष 50 हजार, योजना की शुरु 

एआइसीटीई ने आर्थिक रूप से कमजोर और विशेष परिस्थितियों से प्रभावित छात्रों के लिए स्वनाथ छात्रवृत्ति योजना 2025 शुरू की

 

केंद्र सरकार की अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद विद्यार्थियों को आर्थिक सहायता प्रदान करेगी। परिषद तकनीकी शिक्षा की गुणवत्ता और विकास के लिए कार्य करती है। एआइसीटीई ने आर्थिक रूप से कमजोर और विशेष परिस्थितियों से प्रभावित छात्रों के लिए स्वनाथ छात्रवृत्ति योजना 2025 शुरू की है। इस योजना का लाभ वे छात्र ले सकते हैं जो अनाथ हैं, जिनके माता-पिता कोविड-19 में नहीं रहे या सशस्त्र बलों, अर्धसैनिक बलों की कार्रवाई में शहीद हुए। इसका उद्देश्य योग्य छात्रों को वित्तीय सहयोग देकर तकनीकी शिक्षा पूरी करने में मदद करना है।

उत्तर प्रदेश में इस योजना के अंतर्गत हर साल 2000 विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति दी जाएगी, जिसमें से 1000 छात्र डिग्री पाठ्यक्रम से और 1000 छात्र डिप्लोमा पाठ्यक्रम से होंगे। योजना के अंतर्गत प्रत्येक छात्र को 50,000 प्रति वर्ष की राशि प्रदान की जाएगी।

यह सहायता राशि ट्यूशन फीस, कंप्यूटर, स्टेशनरी, किताबें, सॉफ्टवेयर व अन्य शैक्षणिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए दी जाती है। यह छात्रवृत्ति अधिकतम चार वर्ष (डिग्री) या तीन वर्ष (डिप्लोमा) तक दी जाएगी, जो छात्र के कोर्स में प्रवेश के वर्ष के अनुसार घटती जाती है। उदाहरण के तौर पर, यदि कोई छात्र द्वितीय वर्ष में प्रवेश लेता है, तो उसे केवल तीन वर्ष के लिए यह छात्रवृत्ति मिलेगी।

प्रमुख तिथियां

आइसीटीई स्वनाथ छात्रवृत्ति 2025 के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है। छात्र 31 अक्टूबर 2025 तक राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर पंजीकरण कर आवश्यक विवरण भरकर दस्तावेज अपलोड करें। संस्थान व दस्तावेज सत्यापन की अंतिम तिथि 15 नवंबर 2025 तय की गई है।

आवश्यक दस्तावेज

छात्रवृत्ति योजना के तहत वही भारतीय नागरिक पात्र होंगे, जो एआइसीटीई मान्यता प्राप्त संस्थान में नियमित डिप्लोमा या डिग्री में नामांकित हों और जिनकी पारिवारिक आय 3 लाख से कम हो। यह योजना अनाथ, कोविड-19 में जिनके माता-पिता खो चुके हो या शहीद सैनिकों के बच्चों के लिए है। आवेदन हेतु मृत्यु प्रमाण पत्र, शहीद प्रमाण पत्र, बोनाफाइड सर्टिफिकेट, 10वीं-12वीं की मार्कशीट, श्रेणी व आय प्रमाण पत्र आवश्यक हैं।