बड़ी खबर: अब फेक जाति प्रमाण पत्र बनवाने पर होगी 7 साल की सजा, नौकरी भी हो जाएगी रद्द
Big Breaking : जाति प्रमाण पत्र की जरूरत हर जगह पड़ती है चाहे राज्य एवं केंद्रीय विश्वविद्यालय में एडमिशन लेना हो, छात्रवृत्ति लेना हो या फिर सरकारी नौकरी लेना हों।पात्रता होने पर नियम के अनुसार यह दस्तावेज बनवाना हमारा अधिकार है लेकिन गलत तरीके से फर्जी दस्तावेज बनाने पर सजा भी हो सकती है।
फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवाने पर आपको सजा हो सकती है। जाति प्रमाण पत्र ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से बनाया जा सकता है लेकिन ध्यान रखना है कि आपको जाति प्रमाण पत्र असली ही बनवाना है इसमें किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए।
सरकार के द्वारा जाति प्रमाण पत्र पर हो रहे खेल को लेकर लगातार शक्ति दिखाई जा रही है। अब कोई भी फेक जाति प्रमाण पत्र नहीं बनवा सकता है।
सरकारी नौकरी तुरंत रद्द हो जाती है
एडवोकेट बताते है कि फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवाने या उपयोग करने के गंभीर नुकसान हो सकते है। नए कानून भारतीय न्याय संहिता इसमें फर्जी दस्तावेज बनाना के लिए 7 साल तक एवं अर्थ दंड बताया गया है।फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर ली गई सरकारी नौकरी तुरंत रद्द हो जाती है।
अगर आपने फर्जी जाति प्रमाण पत्र पर कहीं एडमिशन करवाया है तो आपका एडमिशन हाथों-हाथ रद्द कर दिया जाएगा। इसलिए ध्यान रखें कि फर्जी जाति प्रमाण पत्र पर आपको कोई भी काम नहीं करना है।
इन तीन प्रक्रिया का पालन कर आवेदन
- आपके जाति प्रमाण पत्र सत्र 2000 से पहले जारी हुआ है तो इसे आफ डिजिटल करवाना के लिए आधार, समक्र जन्म तारीख वाली अंक सूची उपलबध करानी होगी। इसके साथ ही एक फोबल्कि यहटो एवं पूर्व प्रमाण पत्र भी बनावाना होगा।
- आवेदक को रक्त संबंध के आधार पर भी जाति का प्रमाण पत्र जारी किया जाता है। इसके लिए माता-पिता, चाचा, भाई, बहन और दादा का जाति का प्रमाण पत्र देना होगा। इसके साथ अन्य दस्तावेज आधार, समग्र एवं एक फोटो देना होगा।