बाजार में इन दिनों वैवाहिक खरीदी का दौर चल रहा है। इधर खरीदारों को तेजी वाले भाव पर खरीदी करना पड़ रही है। 2 दिन में सोना प्रति 10 ग्राम 1000 रुपए और चांदी में 2000 रुपए की भाव वृद्धि हो गई। सट्टात्मक गतिविधियां चलने से रोज 1000 से 2000 रुपए की तेजी-मंदी झेलना पड़ रही है। बाजार में भाव स्थिर नहीं होने से खरीदी भी सीमित चलने लगी है।
इधर विश्लेषक सोना-चांदी में अब बड़ी तेजी और उछाल वाले भाव की संभावना नहीं बता रहे हैं। 1 दिन में 5000 रुपए का उछाल, दूसरे दिन 7000 रुपए की गिरावट आने को तो सट्टा ही माना जाएगा। सोना-चांदी ब्रोकरेज कैलाश चंद कौशिक ने बताया सालभर से सोना-चांदी के भाव एक रूप वाले नहीं होने से व्यापार करना भी जोखिम हो चुका है। इस समय घरेलू बाजार में विवाह समारोह की खरीदी चल रही है। देखा जाए तो भाव की तेजी और मंदी पहले 10 से 15 दिन या एक माह में होती थी, अब तो प्रति घंटे मशीन में भाव कम-ज्यादा के लाल और हरे तीर चलते दिखाई देते है।
सोना-चांदी स्थाई धातु होने से इस पर बाजार के भाव विश्वास वाले होना चाहिए, लेकिन इस पर बड़े लोगों की पकड़ से आम खरीदार को भाव को तेजी के रूप में इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है। एक माह में सोना-चांदी के भाव की सूरत बदल गई। दीपावली पूर्व 134000 का सोना अब 126000 हो गया।
इस मान से 10000 रुपए की कमी भी आ गई। चांदी 184000 वाली 157000 हो गई। यह भी 27000 रुपए भाव में कम हो गई। इस बार दीपावली पर लाखों रुपए का सोना-चांदी खरीदने वालों को रिटर्न तो नहीं मिला उल्य 36 से 37 दिन में हजारों रुपए का नुकसान लग गया। बाजार में सोना प्रति 10 ग्राम 126000 चांदी प्रति किलो 157000 रुपए हो गई है।

