SHARE MARKET: शेयर मार्केट का यह तरीका निवेशकों को देगा जबरदस्त रिटर्न
Share Market Investment Tips: पिछले छह महीनों में शेयर बाजार और फिक्स्ड डिपॉजिट के रिटर्न में कमी आई है। शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव, ऊंची वैल्यूएशन और कमजोर आय के कारण 2025 में अब तक मिडकैप और स्मॉलकैप फंड्स में 11% तक गिरावट देखी गई है। दूसरी ओर आरबीआइ ने इस साल दूसरी बार रेपो रेट कटौती की, जिससे एफडी के रिटर्न मे भी 0.1% से 0.5% तक की कमी आई है। ऐसे में निवेश सलाहकारों का कहना है कि वेल्थ क्रिएट करने के लिए निवेशकों को अब स्मार्ट स्ट्रैटजी अपनानी होगी।
ऐसी है बाजार की स्थिति
शेयर बाजार: लार्जकैप फंड्स स्थिर हैं और इस साल केवल 2% रिटर्न मिला है। लेकिन मिडकैप में 7% और और स्मॉलकैप फंड्स के रिटर्न में 11.85% की गिरावट आई है। अमरीकी बाजार नैस्डैक में तो 18% की गिरावट आई है।
फिक्स्ड डिपॉजिट: ब्याज दरें कम होने से एफडी के रिटर्न मुश्किल से महंगाई के बराबर हैं। अभी एक से 10 साल की एफडी पर 6-7% रिटर्न मिल रहा है।
सोना-चांदी: व्यापार युद्ध और भू-राजनीतिक अनिश्चितता के कारण सोने ने अच्छा प्रदर्शन किया है। इस साल चांदी 15% तो सोना 47% से अधिक चढ़ा है।
ऐसी हो निवेश की रणनीति
सिस्टमैटिक निवेश जारी रखें
एसआइपी: शेयर बाजार में गिरावट के दौरान सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान जारी रखें। इससे आपकी खरीद लागत कम होगी।
लंपसम निवेश: अगर आपके पास एकमुश्त राशि है, तो इसे लिक्विड फंड में रखें और 6 महीने के सिस्टमैटिक ट्रांसफर प्लान (एसटीपी) के जरिए इक्विटी में निवेश करें। अगर बाजार 20% गिरता है, तो एकमुश्त निवेश पर विचार करें।
गलतियों से बचें
बाजार में गिरावट के समय पैनिक में न आएं। यह नुकसान को स्थायी कर सकता है। बाजार को टाइम करने की कोशिश नहीं करें। बाजार के निचले स्तर का इंतजार करने से रिकवरी के मौके छूट सकते हैं। टैक्स लॉस हार्वेस्टिंग घाटे वाले निवेश को बेचकर टैक्स लाभ उठाएं और भविष्य के लाभ को समायोजित करें।
जोखिम और लक्ष्य का मूल्यांकन
अपनी जोखिम सहनशीलता रिस्क टॉलरेंस और निवेश की अवधि टाइम होराइजन के आधार पर पोर्टफोलियो की समीक्षा करें। अगर आप वरिष्ठ नागरिक हैं, तो कंजर्वेटिव हाइब्रिड या एसेट एलोकेशन फंड्स चुनें, जिनमें डेट की मात्रा ज्यादा हो।
5 इन बातों का रखें ध्यान
बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद धैर्य और सही रणनीति से लंबी अवधि में धन सृजन संभव है। अपने पोर्टफोलियो में सोना, डेट और लार्जकैप इक्विटी शामिल करें। एसआइपी और एसटीपी के जरिए निवेश जारी रखें और घबराहट में गलत फैसले लेने से बचें। अगर आप अपने जोखिम और लक्ष्यों के अनुसार निवेश करेंगे, तो अस्थिर बाजार में भी स्थिरता और अच्छा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।