Movie prime

नारियल, नारियल तेल की कीमत ने छुआ आसमान, आम उपभोक्ता से लेकर होटल, रेस्टोरेंट तक सब की जेब पर पड़ेगा असर

 

नारियल और नारियल तेल की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हैं। केरल जैसे उपभोक्ता राज्यों में हालत और भी गंभीर हैं। यहां नारियल अब आम नहीं, बल्कि 'महंगा फल' बन चुका है। कुछ महीने पहले जो नारियल 25 रुपए में मिल रहा था, वह अब 30 से 70 रुपए तक पहुंच गया है। वहीं, नारियल तेल 200 रुपए प्रति लीटर से बढ़कर 400 से 750 रुपए प्रति लीटर तक बिक रहा है। इससे आम उपभोक्ता से लेकर होटल-रेस्टोरेंट व्यवसायी तक सबकी जेब पर बोझ बढ़ गया है। इस हालात को देखते हुए केरल सरकार ने मोर्चा संभाल लिया है।

राज्य के खाद्य व नागरिक आपूर्ति मंत्री और उद्योग मंत्री ने 60 से ज्यादा नारियलतेल व्यापारियों के साथ बैठक कर दाम घटाने की योजना बनाई है। सरकार ने आश्वासन दिया है कि आने वाले ओणम त्योहार से पहले नारियल तेल की कीमतों में राहत दी जाएगी। उधर, तेल की कीमतें बढ़ने की एक बड़ी वजह कमजोर उत्पादन और निर्यात भी है। 2023-24 में भारत में कुल 21373 मिलियन नारियलों का उत्पादन हुआ, जिनमें कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल शीर्ष पर रहे। तमिलनाडु से चीन को भारी निर्यात हो रहा है, जिससे घरेलू आपूर्ति प्रभावित हुई है। साथ ही जलवायु परिवर्तन और कम देखरेख के चलते भी उपज गिरी है। केरल में नारियल तेल की सालाना खपत करीब 3 लाख टन है, जो देश की कुल खपत का आधे से ज्यादा हिस्सा है। इस संकट के बीच राज्य में नारियल की चोरी की घटनाएं भी बढ़ रही हैं। कई जिलों में किसान निगरानी समितियां बनाकर खेतों की रखवाली कर रहे हैं।

इंदौर के सियागंज बाजार में भी नारियल उत्पादों की मांग में तेजी आई है। खासकर प्रीमियम क्वालिटी खोपरा गोला(premium quality khopra khola), बूरा, व्हील की थोक में खरीदी मिठाई निर्माताओं और घरेलू उपभोक्ताओं द्वारा बढ़ा दी गई है। रक्षाबंधन और जन्माष्टमी त्योहारों(rakshabandhan Janmashtami) को देखते हुए व्यापारियों को उम्मीद है कि खोपरा गोला और नारियल दोनों की कीमतों में फिलहाल राहत मिलना मुश्किल है। इंदौर में नारियल खेरची में 40 से 80 रुपए प्रति नग, वहीं खोपरा गोला(khopra Gola) 320 से 360 रुपए किलो के बीच चल रहा है। रक्षाबंधन समेत आगामी सभी त्योहारों में नारियल के साथ खोपरा गोला की मांग व खपत बढ़ेगी। Nariyal rate