एसबीआई ने बंद की अपनी सबसे पुरानी अमृत कलश एफडी योजना, अब 444 दिन की अमृत वृष्टि योजना
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपनी सबसे पुरानी अमृत कलश एफडी योजना को बंद कर दिया है। अब एसबीआई ने 444 दिन की अमृत वृष्टि योजना को शुरू किया है। इस एफडी में आपको 444 दिन तक एफडी करवाने पर 7.85 प्रतिशत वार्षिक ब्याज मिलेगा। अमृत कलश योजना के तहत नियमित ग्राहकों को 400 दिन की एफडी करवाने पर 7.10 प्रतिशत ब्याज मिलता था। वहीं वरिष्ठ नागरिकों को इस योजना के तहत 7.60 प्रतिशत सालाना ब्याज मिलता था। यह इस बाजार की सबसे आकर्षक योजनाओं में से एक थी।
अब एसबीआई ने इसे एक अप्रैल से बंद कर दिया है। इस योजना को ऐसे समय बंद किया गया है, जब आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की बैठक होने वाली है। इस कारण ज्यादातर बैंक अपनी एफडी व आरडी की योजनाओं पर फिर से काम कर रहे हैं। एसबीआई की तर्ज पर कई बैंक अपनी स्पेशल एफडी योजनाओं को बंद कर रहे हैं। वहीं कुछ बैंकों ने अपनी एफडी योजनाओं पर ब्याज दर भी कम कर दी हैं। ऐसे में अब निवेशकों का ध्यान नई लागू होने वाली एफडी योजनाओं पर है।
कई बैंकों ने घटाई अपनी ब्याज दरें
अनेक बैंकों ने नए वित्तवर्ष से अपनी ब्याज दरों में कटौती कर दी है। इनमें एचडीएफसी बैंक, यस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब एंड सिंध बैंक अपनी एफडी की ब्याज दरों को घटा चुके हैं।
कितनी सही अमृत वृष्टि योजना
एसबीआई ने अपनी एफडी की जो योजना अमृत कलश वृष्टि योजना लांच की है, वह निवेशकों के लिए कितनी सही, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इस एफडी योजना के तहत अच्छा ब्याज मिलता है। यह योजना 444 दिन के लिए पेश की गई है। इसमें आम ग्राहकों को 7.25 प्रतिशत तक ब्याज मिलता है तथा वरिष्ठ नागरिकों को 7.75 प्रतिशत वार्षिक ब्याज दिया जाता है।
ऐसे सुपर सीनियर नागरिक जिनकी आयु 80 साल से अधिक हो चुकी है, उनके लिए इस योजना के तहत 7.85 प्रतिशत वार्षिक ब्याज दिया जाता है। इसलिए यह योजना भी अमृत कलश योजना से कम अच्छी नहीं है।
इस योजना को एसबीआई ने जनवरी 2025 में लांच कर दिया था। यह एक टर्म डिपॉजिट योजना है। इसमें पैसा 444 दिनों के लिए निवेश किया जा सकेगा। इस योजना का लाभ घरेलू तथा एनआरआई दोनों उठा सकते हैं। इस योजना के तहत 3 करोड़ से अधिक पैसा जमा नहीं करवाया जा सकता। नए डिपॉजिट और मौजूदा डिपॉजिट के रिन्युअल पर यह नियम लागू हो सकता है। इस योजना की शुरुआत एक हजार रुपये से भी की जा सकती है।