चेक बाउंस के मामले में बदले नियम, केंद्र सरकार ने नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट में संशोधन करते हुए एक अप्रैल से अब सख्त सजा और तुरंत शिकायत प्रक्रिया लागू की
check bounceचेक बाउंस मामले में सरकार ने नियमों में बदलाव कर दिया है। केंद्र सरकार ने नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट में संशोधन करते हुए एक अप्रैल से अब सख्त सजा और तुरंत शिकायत प्रक्रिया लागू की है। नए नियमों का उद्देश्य धोखाधड़ी के मामलों पर रोक लगाना है। अब यदि आपका चेक बाउंस होता है तो आपको दो साल तक की सजा और दोगुना जुर्माना हो सकता है। इसलिए चेक बाउंस के मामलों को हल्के में नहीं लें।
भारत सरकार ने नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट में बदलाव कर दिया है। यह बदलाव 1 अप्रैल से लागू हो चुका है। अब कोई व्यक्ति चेक बाउंस की शिकायत करता है तो उस पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। इसमें सख्त सजा और जुर्माने का भी प्रावधान किया गया है। नए नियमों के अनुसार यदि कोई चेक बाउंस होता है तो बैंकों को 24 घंटे के अंदर ही चेक बाउंस होने का कारण बताना होगा। इन नए नियमों का मुख्य उद्देश्य आए दिन हो रहे फ्रॉड को रोकना है।
अब डबल सजा, डबल जुर्माना
टैक्स कॉन्सेप्ट की रिपोर्ट के अनुसार नए नियमों में अगर कोई जानबूझकर चेक बाउंस करता है तो उसे दो साल की सजा हो सकती है। पहले यह एक साल की सजा थी। इसके अलावा चेक अमाउंट के दोगुने तक भी जुर्माना किया जा सकता है। हालांकि तकनीकी गड़बड़ियों या बैंक की गलती पर पुराने नियम ही लागू होंगे। इनमें कोई बदलाव नहीं किया है।
शिकायत का भी जल्द होगा समाधान
चेक बाउंस से संबंधित नए नियमों में पहले की अपेक्षा शिकायत कर अब आसान कर दिया गया है। चेक बाउंस होने के अंदर 30 दिनों में बैंक से रिटर्न मेमो लेना अनिवार्य है। चेक जारी होने की तारीख से तीन महीने के अंदर ऑनलाइन शिकायत दर्ज की जा सकती है। पहले यह समय सीमा एक महीने की थी। नए नियमों के अनुसार बैंकों की जिम्मेदारी भी तय की गई है। अब चेक बाउंस होने पर 24 घंटे के अंदर एमएसएस और ईमेल से ग्राहक को बताना जरूरी कर दिया गया है। इसमें बैंक को चेक बाउंस होने का कारण स्पष्ट करना जरूरी होगा।
कैसे बचाएं चेक बाउंस होने से
यदि आपने किसी को चेक देना है तो उससे पहले कुछ जरूरी सावधानियां जरूर बरतें ताकि आपका चेक बाउंस नहीं हो। सबसे पहले चेक काटते समय उस पर सही तारीख और साफ-साफ लिखें। चेक जारी करने से पहले अपने खाते में पर्याप्त बैलेंस जरूर चेक करें ताकि आपको पता होना चाहिए कि आप कितने रुपये का चेक दे रहे हैं और आपके खाते में कितने रुपये हैं। फटे या खराब चेक का बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं करें। जितनी राशि का चेक काट रहे हैं, उसको शब्दों और अंकों में साफ-साफ लिखें। क्रॉस चेक का इस्तेमाल करें ताकि चेक को केवल खाते में ही जमा किया जा सके।
चेक बाउंस होने पर क्या करें
यदि आपने किसी को चेक दिया है और वह बाउंस हो गया तो तुरंत उसी व्यक्ति से संपर्क करें। उस व्यक्ति को चेक बाउंस होने का स्पष्ट कारण बताएं और संभव हो सके तो उसका तुरंत या फिर 15 दिन के अंदर भुगतान कर दें। यदि आपके खिलाफ चेक बाउंस होने की शिकायत दर्ज हो गई है तो आपसी समझौते का प्रयास करें या फिर अपने किसी योग्य कानूनी सलाहकार से बात करें और इस मामले को तुरंत निपटाएं। यदि कोई गलत आपके चेक का इस्तेमाल करना चाहता है तो उसकी शिकायत जरूर करें।