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Maruti Suzuki stops production :मारूति सुजुकी ने स्विफ्ट के प्रोडक्शन को किया बंद, जल्द ही गाड़ियों की कीमत होगी आसमान पर

 
Maruti Suzuki stops production : चीन की ओर से रेयर अर्थ मैग्नेट्स के निर्यात पर लगाए गए अंकुश का असर अब भारत सहित दुनियाभर की ऑटो इंडस्ट्री पर सीधा दिखने लगा है। यूरोप और जापान की कई ऑटोमोबाइल कंपनियों ने उत्पादन रोक दिया है या कभी भी रोकने की स्थिति बन गई है।

 चीन की ओर से 7 रेयर अर्थ मटीरियल्स की सप्लाई सख्त करने से तमाम कार कंपनियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इसकी पहली शिकार जापानी कंपनी सुजुकी को उठाना पड़ा है। निक्केई एशिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सुजुकी ने जापान में स्विफ्ट के प्रोडक्शन को बंद कर दिया है। जापानी ऑटोमेकर ने कंपोनेंट की कमी का हवाला देते हुए 26 मई से 6 जून तक स्विफ्ट सब कॉम्पैक्ट के उत्पादन को रोकने का ऐलान किया है।

यूरोप की ऑटो सप्लायर यूनियन सीएलईपीए ने बताया कि चीन से रेयर अर्थ मैग्नेट्स की सप्लाई में अड़चन के कारण कई प्रोडक्शन यूनिट्स बंद करनी पड़ी है। अब तक केवल 25त्न एक्सपोर्ट लाइसेंस ही चीन ने मंजूर किए हैं। वहीं जर्मनी की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री बॉडी वीडीए ने कहा कि अगर स्थिति जल्द नहीं सुधरी तो कारों का प्रोडक्शन पूरी तरह ठप हो सकता है। निसान ने कहा है कि हमें भविष्य में वैकल्पिक सप्लाई सोर्स खोजने होंगे।

बजाज ऑटो और टीवीएस जैसी बड़ी कंपनियों ने चेतावनी दी है कि अगर यह संकट बना रहा तो उनकी ऊवी प्रोडक्शन जुलाई से पूरी तरह ठप हो सकती है। भारत के पास जून के आखिर तक प्रोडक्शन जारी रखने तक ऐसे मेटल्स का स्टॉक है। भारतीय कंपनियों का कहना है कि रेयर अर्थ मटीरियल सप्लाई के 30 आवेदन भारतीय अधिकारियों से क्लियर हो चुके हैं लेकिन चीन ने एक को भी मंजूरी नहीं दी है।

जर्मन कंपनियां मुश्किल में

बीएमडब्ल्यू ने माना कि उसके कुछ सप्लायर्स प्रभावित हुए हैं। वहीं मर्सिडीज बेंज ने कहा है कि कंपनी रेयर अर्थ्स की खपत घटाने पर काम कर रही है। वहीं फॉक्सवैगन स्थिर सप्लाई की बात कह रही है, लेकिन चीन से मंजूरी पर नजर बनाए हुए है।

क्या है आगे का रास्ता

 एक्सपर्ट्स ने बताया कि अगर चीन की पाबंदियां बनी रहीं तो कच्चे माल के दाम बढ़ेंगे, जिससे गाड़ियों के दाम ऊपर जा सकते हैं। रेयर अर्थ संकट अब ग्लोबल सप्लाई संकट बनता जा रहा है। कंपनियों को स्थानीय व वैकल्पिक सोर्सिंग मॉडल विकसित करने होंगे।

क्यों इतना जरूरी है रेयर अर्थ मैग्नेट चीन ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए ट्रंप टैरिफ के जवाब में टेरबियम, यिट्रियम, डिस्प्रोसियम, गैडोलीनियम, ल्यूटेशियम, सैमरियम, स्कैंडियम के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया। इनका इस्तेमाल कारों, एयरोस्पेस मैन्युफैक्चरिंग, सेमीकंडक्टर और मिलिट्री प्रोडक्शन में होता है। इनका उपयोग इलेक्ट्रिक मोटर, बैटरी बनाने में होता है। इनके बिना ईवी, हाई-टेक ऑटोमोबाइल्स बनाना मुश्किल है।