जीरे की कीमतों में 2.92 प्रतिशत की गिरावट, सीमा पर तनाव का भाव पर पड़ रहा असर
सीमाओं पर तनाव एवं युद्ध जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाने के कारण मसालों का निर्यात बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। सूत्रों का कहना है कि निर्यातकों को डर सता रहा है कि अगर युद्ध शुरू हो जाता है तो सप्लाई किए गए माल की पेमेंट भी फंस सकती है।
जिस कारण से निर्यात व्यापार ठप्प पड़ गया है। बढ़ती आपूर्ति और कमजोर निर्यात मांग के कारण वायदा कारोबार में जीरे की कीमतों में 2.92 प्रतिशत की गिरावट आई और यह 22,115 पर आ गई। वायदा में गिरावट से घरेलू स्तर पर जीरे के भाव नरम रहे।
शकर 4150 से 4२०0, गुड़ भेली 3400 से 3500, कटोरा 3650 से 3700, लड्डू 4000 से 4500, बर्फी 3900 से 5000, ग्लास 4500 से 4800, ऑर्गेनिक 6900, खोपरा गोला कट्टे में 195 व बाक्स में 200 से 238, खोपरा बूरा 4000 से 6100 रुपए।
खड़े मसालों के भाव
हल्दी निजामाबाद 180 से 220, हल्दी सांगली 250 से 270, जीरा 270 से 275, मीडियम 280 से 290, बेस्ट 300, सौंफ मोटी 100 से 125, बेस्ट 240 से 285, एक्सट्रा बेस्ट 300 से 325, बारीक 280 से 325, लौंग चालू 780 से 810, बेस्ट 850 से 875, दालचीनी 250, बेस्ट 265, जायफल 750 से 775, बेस्ट 820, जावत्री बेस्ट 1875 से 1900 रुपए।
गेहूं और मक्का के भाव में सुधार
इंदौर की छावनी अनाज मंडी में आपूर्ति कम होने से गेहूं के भाव में सुधार आया। मक्का में स्टॉच वालों की भाव वृद्धि से मंडी में भाव सुधरे। इंदौर मंडी में मिल क्वालिटी गेहूं 2600 से 2625, लोकवन गेहू 2800 से 2850, मालवराज 260 से 2625, पूर्णा 2650 से 2700, मक्का 2200 से 2225 रुपए क्विंटल बिकी।