बैंक एफडी नियमों में हुआ बदलाव, अब सात दिन की भी करवा सकेंगे एफडी
अब यह नियम बदल सकता है, क्योंकि आरबीआइ एफडी के नए नियमों पर काम कर रहा है। आरबीआइ चाहता है कि अब 7 दिन से भी कम समय के लिए भी एफडी कराई जा सके। इसके लिए रिजर्व बैंक ने देश के कई बैंकों से सुझाव मांगे हैं और एसबीआइ, पीएनबी सहित कुछ प्राइवेट बैंकों से भी इस मुद्दे पर चर्चा भी की है।
बैंकों की मिली-जुली राय
कुछ बैंक इस प्रस्ताव का सपोर्ट कर रहे हैं, क्योंकि इससे उन्हें अपने हिसाब से एफडी की स्कीम बनाने में आसानी होगी और ग्राहक संख्या बढ़ेगी। कुछ बैंकों ने कहा, इतनी छोटी अवधि में ब्याज देने में दिक्कत होगी।
क्या होगा असर
आरबीआइ यह कदम तब उठा रहा है जब बैंकों में डिपॉजिट की रफ्तार धीमी हो गई है। आंकड़ों के अनुसार, 2 मई 2025 तक सालाना आधार पर बैंकों की डिपॉजिट ग्रोथ 10 प्रतिशत पर आ गई है, जो पिछले साल 13 प्रतिशत थी।
ऐसे में आरबीआइ चाहता है कि छोटी अवधि की एफडी का ऑप्शन देकर ज्यादा लोग पैसे जमा करें। जानकारों का कहना है कि इससे फंड मनी मार्केट से बैंकों की तरफ जा सकता है। अब तक लोग अल्ट्रा शॉर्ट टर्म के लिए लिक्विड फंड्स में निवेश कर रहे थे, जो एफडी की ओर लौट सकते हैं।

