Old Pension Scheme: MP में पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने की मांग हुई तेज, यूनिफाइड पेंशन स्कीम फॉर रिटेंडरिंग के खिलाफ लोगों ने किया प्रदर्शन
OPS Scheme Update: मध्य प्रदेश राज्य में पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने की मांग तीन प्रतिदिन तेज होती जा रही है। प्रदेश के कई जिलों में अब यूनिफाइड पेंशन स्कीम और ई-टेंडरिंग व्यवस्था के खिलाफ धरने प्रदर्शन भी शुरू हो गए हैं। प्रदेश के बड़वानी जिले में नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम में शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर रोष मार्च निकाला गया। शिक्षकों ने यूनिफाइड पेंशन स्कीम के विरोध व पुरानी पेंशन की बहाली की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। इसके बाद पीएम व सीएम के नाम ज्ञापन नायब तहसीलदार बीएस निनामा को सौंपा गया।
सरकार ने बनाई मई में यूनिफाइड पेंशन स्कीम लागू करने हेतु समिति(Old Pension Scheme)
जिलाध्यक्ष शैलेंद्र जाधव ने बताया मप्र शासन ने मई में यूनिफाइड पेंशन योजना (Unified Pension Scheme ) लागू करने के लिए समिति बनाई है। यह समिति चार माह में रिपोर्ट देगी। शासन 1 जनवरी 2005 के बाद नियुक्त सरकारी शिक्षकों, कर्मचारियों और अधिकारियों पर अगस्त से यूनिफाइड पेंशन योजना लागू करने जा रही है। इसी के विरोध में यह प्रदर्शन किया गया। जिला प्रभारी यशवंत चौहान ने बताया ज्ञापन में कई मांगें रखी गई। इनमें अध्यापक संवर्ग की पहली नियुक्ति तिथि से सेवा अवधि की गणना कर ग्रेच्युटी, अवकाश नकदी और वरिष्ठता लागू करने की मांग शामिल है।
नेशनल पेंशन स्कीम के तहत मृत सरकारी सेवकों के आश्रितों को परिवार पेंशन केंद्र सरकार की तरह देने की मांग की गई। 2005 से पहले नियुक्त सभी विभागों के कर्मचारियों और राज्य शिक्षा सेवा के शिक्षकों को पुरानी पेंशन योजना देने की बात कही गई। यूनिफाइड पेंशन योजना को लागू न कर पुरानी पेंशन योजना बहाल करने की मांग की गई। साथ ही ई-अटेंडेंस व्यवस्था समाप्त करने की भी मांग की गई। स्थानीय समस्याओं को लेकर कलेक्टर के नाम अलग ज्ञापन सौंपा गया। इसमें
बड़वानी जिले में अध्यापक संवर्ग की लंबित क्रमोन्नति, एरियर, प्राथमिक शिक्षक से माध्यमिक शिक्षक के उच्च प्रभार की कार्रवाई शीघ्र करने की मांग की गई। सर्वशिक्षा अभियान के तहत कार्यरत सीएसी और बीएसी को समय पर वेतन देने, बीएलओ का कटा वेतन जारी करने, अनुकंपा नियुक्ति, एचआरए और विकलांग भत्ते के भुगतान की मांग भी की गई। इस मौके पर हेमेंद्र मालवीय, कसरसिंह सोलंकी, राधेश्याम यादव, अशोक कुशवाह, धर्मेंद्र भावसार, केशव यादव, राजेश जोशी, राजपाल तोमर, कमल कुशवाह, जितेंद्र गुप्ता, फिरोज खान, अरुणा सेन, अनीता चोयल, सीमा शर्मा, हेमलता चोलकर और रेखा पांचाल सहित बड़ी संख्या में शिक्षक मौजूद रहे।