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DA:केंद्रीय कर्मचारियों पेंशनभोगियों को दो प्रतिशत डीए की बढ़ोतरी मिलना मु​श्किल

It is difficult for central employees to get two percent DA hike
 

DA : केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए महंगाई भत्ते में 2 प्रतिशत बढ़ोतरी की घोषणा की थी, लेकिन अब महंगाई में गिरावट से यह महंगाई भत्ता 2 प्रतिशत से कम बढ़ सकता है। केंद्र सरकार के बाद कई प्रदेशों की राज्य सरकारों ने भी अपने कर्मचारियों व पेंशनभोगियों के डीए में बढ़ोतरी का ऐलान कर दिया था। अब यह बढ़ोतरी होना मु​श्किल बताया जा रहा है। 


पिछले महीने केंद्र सरकार ने अपने 1.2 करोड़ कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए महंगाई भत्ते यानी डीए और महंगाई राहत डीआर में 2 प्रतिशत बढ़ोतरी करके 53 की बजाय 55 प्रतिशत करने की घोषणा की थी। केंद्र सरकार के फैसले के बाद कई राज्य सरकारों ने भी अपने कर्मचारियों के डीए में 2 प्रतिशत बढ़ोतरी की घोषणा की थी। यह 2 प्रतिशत डीए बढ़ोतरी पिछले 78 महीनों में सबसे कम थी। अब इस कैलेंडर वर्ष के तीन महीनों की बात करें तो महंगाई में गिरावट दर्ज की गई है। ऐसे में केंद्रीय कर्मचारियों को 2 प्रतिशत से कम या फिर शून्य डीए बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।

इसके अलावा यह भी हो सकता है कि कर्मचारियों को पेंशनभोगियों के वेतन में डीए की कोई बढ़ोतरी ही नहीं हो। इससे केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को निराशा होगी। यह कर्मचारी जुलाई-दिसंबर 2025 में अपने महंगाई भत्ते में अच्छी बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे थे। 7वें वेतन आयोग का कार्यकाल 31 दिसंबर को पूरा हो रहा है।

ऐसे में अब कर्मचारियों को जुलाई-दिसंबर की अव​धि के लिए महंगाई भत्ते में अच्छी बढ़ोतरी होने की उम्मीद कम हो गई है। इससे कर्मचारियों में निराशा का माहौल बन रहा है। फिलहाल जनवरी और फरवरी के आंकड़े सामने आए हैं। इसके बाद 143.0 अंक पर पहुंच गया है। मार्च, अप्रैल, मई और जून के आंकड़े आना अभी बाकी है। यह आंकड़े तय करेंगे कि डीए कितना बढ़ाया जाना है। 


जनवरी से जून के आंकड़ों पर निर्भर करेगा डीए
मार्च में ही केंद्र सरकार ने महंगाई भत्ते में 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी की घोषणा की थी। इसके बाद डीए 55 प्रतिशत हो गया है। यह बढ़ोतरी पिछले 78 महीनाें की बात करें तो सबसे कम है। अभी तक डीए में 3 से 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी होती रही है। अब अगला डीए जुलाई 2025 से बढ़ेगा, जो जनवरी से जून तक के आंकड़ों पर निर्भर करेगा।

एआईसीपीआई सूचकांक जनवरी में 143.2 पर था, लेकिन फरवरी में यह 0.4 अंक गिर गया। वहीं मार्च में यह 2 अंक बढ़ गया। मार्च महीने में खुदरा महंगाई दर 5 साल के निचले स्तर पर 3.34 प्रतिशत पर पहुंच गई, जबकि फरवरी में यह 3.61 प्रतिशत थी। यदि यही ट्रेंड जारी रहा और अगले 3 महीने में एआईसीपीआई के अंक बढ़ते हैं तो 3 प्रतिशत की उम्मीद की जा सकती है, लेकिन यदि यह अंक गिर गए तो फिर डीए में 2 प्रतिशत से भी कम बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।