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पहलगाम आतंकी हमले के बाद बदला माहौल : पाकिस्तान खौफ में, भारत में बैठकों का दौर

पहलगाम आतंकी हमले के बाद बदला माहौल : पाकिस्तान खौफ में, भारत में बैठकों का दौर
 

 पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद एकदम से माहौल ही बदल गया है। भारत सरकार इससे निपटने के लिए मैराथन बैठकें कर रही है तो पाकिस्तान में खौफ का माहौल है। पाकिस्तान को डर लग रहा है कि अब भारत क्या करेगा। प्रधानमंत्री modi ने इसे भारत की आत्मा पर हमला बताया है और सख्त चेतावनी दी है। अब इस आतंकवादी हमले के बाद भारत का क्या कदम होगा, इसपर सभी की नजर है। 


पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। पूरी दुनिया को पता है कि इस हमले के पीछे पाकिस्तान परस्त आतंकवादियों का हाथ है। भारत सरकार पूरी तरह से मैराथन बैठकें कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चेतावनी दी है कि इसका करारा जवाब दिया जाएगा। 


बिहार में प्रधानमंत्री MODI  ने कड़ी चेतावनी जारी की है। उन्होंने कहा कि इस हमले के पीछे जो भी लोग हैं, उन्हें उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा दी जाएगी। भारत उस समय तक नहीं रुकेगा, जब तक आतंकवाद की कमर नहीं टूट जाएगी। गृहमंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर पुलिस और अन्य सुर​क्षा एजेंसियों के अ​धिकारियों से फोन पर बातचीत की।

यहां चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशनों की जानकारी ली। रक्षामंत्री की अगुवाई में शाम को एक अहम सर्वदलीय बैठक भी बुलाई गई है। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी बैठक बुलाई है। कांग्रेस ने भी अपनी वर्किंग कमेटी सीडब्ल्यूसी की आपात बैठक बुलाई है और सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल सं​धि को स्थगित कर दिया है। इसके बाद जल श​क्ति मंत्री सीआर पाटिल ने वरिष्ठ अ​धिकारियों की बैठक बुलाई। अटारी बॉर्डर पर होने वाली रिट्रीट सेरेमनी को भी औपचारिक रुप से स्थगित करने के आदेश जारी किए जाएंगे। भारत ने पाकिस्तान के राजनयिक को तलब किया है। उनको निष्कासन का प्रतीक एक नोट भी सौंपा है।

28 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है। इसमें सुरक्षा व्यवस्था और राजनीतिक रणनीतियों पर चर्चा की जाएगी। उधर अमेरिका ने भी अपने नागरिकों को कश्मीर यात्रा करने से मना किया है। पूर्व पेंटागन अ​धिकारी माइकल रूबिल ने एक बयान देते हुए कहा कि भारत को भी पाकिस्तान और उसकी आईएसआई के ​खिलाफ वैसा ही कड़ा एक्शन लेना चाहिए, जैसा इजराइल ने हमास के ​खिलाफ लिया था।