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हरियाणा मौसम अपडेट : तेज आंधी के साथ लगातार 6 दिन होगी बारिश, घर से बाहर निकले सोच समझकर

 

मानसून ने शुक्रवार को उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और लद्दाख में भी दस्तक दे दी। इनमें से कुछ इलाकों में मानसून सामान्य तारीख से 5 दिन पहले पहुंचा है। यह पश्चिमी यूपी तक भी पहुंच गया है। अब केवल जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ व दिल्ली बचे हैं। अगले 2 दिन में यह हरियाणा में भी दस्तक दे सकता है। उम्मीद है कि अगले हफ्ते यह देश के बचे सभी हिस्सों तक पहुंच जाएगा।

सामान्यतः मानसून को देशभर में छाने में 38 दिन लगते हैं। यह 1 जून को प्रवेश करता है। आखिरी हिस्से पश्चिमी राजस्थान व जम्मू-कश्मीर को 8 जुलाई तक पार करता है। 2009 के बाद इस वर्ष मानसून ने 8 दिन पहले दस्तक दी। 2013 में सबसे कम 16 दिनों में देश पर छाया। ये वही साल था, जब केदारनाथ में बाढ़ आई। 16 साल में 2013 के अलावा 2015, 2018 व 2020 में भी मानसून ने जून के अंदर ही देश को कवर कर लिया। तीन वर्षों से मानसून ने अलग-अलग तारीख पर दस्तक दी, लेकिन एक ही दिन 2 जुलाई को देश पर छाया। मौसम विभाग के अनुसार, हरियाणा में 21 से 26 जून तक बारिश के आसार हैं। 22 जून को बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान कुछ इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। शुक्रवार को दिनभर बादल छाए रहे। इससे तापमान 1.2 डिग्री कम हुआ है।

8 बड़ी छलांग में ही लद्दाख पहुंचा

मानसून ने 24 मई को दस्तक दी थी। यानी मानसून ने 28 दिन पूरे कर लिए हैं और इसमें से 20 दिन मानसून का ब्रेक रहा है। यानी केरल में दस्तक देने के बाद केवल 8 बड़ी छलांग में हो लद्दाख तक पहुंच गया है।


जल्दी दस्तक ज्यादा बारिश का संकेत...

मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, मानसून के जल्द दस्तक देने के बाद यदि वह कम दिनों में ही समूचे देश को कवर कर लेता है तो सामान्य से अधिक बारिश की संभावना ज्यादा रहती है। बशर्ते वह साल एनसो परिस्थितियों में ला नीना या एनसो न्यूट्रल वर्ष हो। 2025 में मानसून के खत्म होने तक एनसो न्यूट्रल परिस्थितियों के बने रहने की संभावना है।

महज 6.6% कम बारिशः मानसून में 20 जून तक देश में सामान्य 103.6 मिमी बारिश होती है। अभी 96.8 मिमी हो चुकी है। यानी 6.6% की कमी है। 3 दिन पहले 24% से ज्यादा कमी थी।