World Hepatitis Day 2025: इस दिन बनाया जाता है वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे, इस साल है ये खास थीम
World Hepatitis Day : आज के समय में न जाने कितनी बीमारियां होगी जिनका इलाज भी नहीं हो सकता है. आज हम आपके एक ऐसी बीमारी के बारे में बता रहे है जिसके कारण हर साल लाखों लोगों की मृत्यु हो जाती है. हम बात कर रहे है हेपेटाइटिस(Hepatitis) की.
हमारे शरीर के सभी अंग बहुत जरूरी होते है. लिवर भी उन्हीं में से एक है. एक अच्छा लिवर आपको हमेशा स्वस्थ रखेगा. लिवर को स्वस्थ रखने के लिए खान-पान बहुत अच्छा होना चाहिए.
अगर आप बाहर का लगातार खाने, साफ पानी न पीने से, एल्कोहल आदि लेते है तो आपको फैटी लिवर, लिवर सिरोसिस, लिवर कैंसर समेत हेपेटाइटिस होने समस्या हो सकती है. मेडिकल फील्ड में हेपेटाइटिस को ‘साइलेंट किलर’ का नाम दिया गया है.
इस बीमारी से सभी को जागरूक करने के लिए हर साल 28 जुलाई को ‘विश्व हेपेटाइटिस दिवस(World Hepatitis Day)’ बनाया जाता है. हेपेटाइटिस बी वायरस की खोज 1967 में डॉ. बारुच ब्लमबर्ग ने की थी. 2 साल बाद हेपेटाइटिस बी वायरस की पहली वैक्सीन तैयार की थी.
इसलिए वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे डॉ. बारुच ब्लमबर्ग के जन्मदिवस पर मनाया जाता है. इस अद्भुत योगदान के लिए उन्हें 1976 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया था.
इस साल विश्व हेपेटाइटिस दिवस की थीम है कि ‘हेपेटाइटिस: लेट्स ब्रेक इट डाउन’ यानी अब वक्त आ गया है कि हेपेटाइटिस से जुड़ी हर बाधा को तोड़ा जाए. आज के समय में करोड़ों लोग हेपेटाइटिस ‘बी’ या ‘सी’ के साथ जी रहे है.
हेपेटाइटिस के मरीजों की संख्या एचआईवी, मलेरिया और टीबी जैसी बीमारियों के कारण होने वाली मौतों की संख्या से भी ज्यादा है. आपको बता दें कि हेपेटाइटिस कई प्रकार के होते हैं- ए, बी, सी, डी और ई.
हेपेटाइटिस ए और ई दूषित भोजन और दूषित पानी पीने की वजह से होता है. हेपेटाइटिस बी, सी और डी खून और शरीर के तरल पदार्थों को खाने से होता है. इस बीमारी के कई सालों तक लक्षणों का पता नहीं चलता.
इसमें केवल भूख की कमी, पेट दर्द, थकान, बुखार, गहरे रंग का पेशाब होना, त्वचा व आंखों का पीला होना जैसे लक्षण ही दिखाई देते है. अब हेपेटाइटिस ए और बी की वैक्सीन भी आ चुकी है. साथ ही हेपेटाइटिस सी का इलाज अच्छे से हो सकता है.