Tips and Tricks : तौलिया और गमछा में होता है ये अंतर, स्किन के लिए ये है सबसे बेस्ट
Bath Towel Or Gamcha : आज के समय हर कोई अपनी सेहत और स्किन का बहुत ख्याल रखते है. बहुत से लोग दिन में 2-3 बार नहाते है. नहाते समय गमछा या तौलिये का इस्तेमाल करते है.
क्या आपको पता है कि महंगा, लग्जरी टॉवल या देसी सिंपल गमछा दोनों में से कौन सा आपकी स्किन के लिए बोहतर है? अगर नहीं, तो चलिए आज हम आपको बताते है. टॉवल स्किन को सॉफ्ट टच और आराम देता है. वहीं, गमछा लाइटवेट और हाइजीनिक होता है.
तौलिया और गमछा का इस्तेमाल नहाने और पसीना पोंछने के काम आता है. इन दोनों के बीच में कई तकनीकी और प्रैक्टिकल अंतर हैं. तौलिया कॉटन, माइक्रोफाइबर या बांस के फाइबर से बनाए जाते है, जो हमारे स्किन के लिए मुलायम होता है.
गमछे को कॉटन के पतले कपड़े में तैयार किया जाता है. ये इतना हल्का होता है कि नहाने के बाद गमछा जल्दी से सूख जाता है. गमछा थोड़ा खुरदरा होता है. जल्दी सूखने वाला कपड़ा (जैसे गमछा) ह्यूमिड क्लाइमेट में बैक्टीरिया ग्रोथ से बचाता है.
मोटे और गीले तौलीय में फंगस और बैक्टीरिया ज्यादा पनपते है. गमछा पतले होने के कारण बैक्टीरियल ग्रोथ कम होती है. इन दोनों को धोना बहुत जरूरी है. बच्चों और बुजुर्गों के लिए सॉफ्ट टॉवल ज्यादा फायदेमंद होता है.
क्योंकि इनकी स्किन बहुत ही सेंसिटिव होती है. गमछा युवाओं और बाहर काम करने वालों के लिए बहुत फायदेमंद है. रोजाना इस्तेमाल होने वाला गमछा सस्ता मिल जाता है और अच्छी क्वालिटी का तौलिया 250 से 500 रुपये तक का आता है.
अगर मंहगे तौलिए की सही से देखभाल की जाए तो ये सालों तक चल सकता है और गमछा को कई बार बदल सकते है. तौलिए को साफ रखने के लिए बार-बार वॉशिंग मशीन में धोना पड़ता है और ज्यादा डिटर्जेंट, पानी लगता है.
गमछे को आप हाथ से आसानी से धो सकते है. जो लोग सस्टेनेबल लाइफस्टाइल अपनाना चाहते हैं, उनके लिए गमछा एक बेहतर विकल्प हो सकता है.