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Soybean Update: सोयाबीन उत्पादन घटा, केंद्र ने शुरू की बड़ी खरीद तैयारी

 

Soybean Rate Update: खरीफ सीजन में इस बार सोयाबीन की पैदावार पिछले साल के मुकाबले काफी कमजोर रही है। देश के तीन शीर्ष उत्पादक राज्यों मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान में इस बार बिजाई क्षेत्र में 9 से 10 लाख हेक्टेयर की कमी दर्ज की गई है। प्राकृतिक आपदाओं और असमान वर्षा के कारण फसल को भारी नुकसान हुआ है।

कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि इस वर्ष देश का कुल उत्पादन घटकर 100 लाख टन से नीचे रह सकता है। इसके बावजूद केन्द्र सरकार ने तिलहन की विशाल खरीद की तैयारी शुरू कर दी है। मध्य प्रदेश में इस बार सरकारी एजेंसियां किसानों से सीधे सोयाबीन नहीं खरीदेंगी, क्योंकि राज्य में भावांतर भुगतान योजना लागू है। इसके तहत किसानों को मूल्यांतर राशि दी जाएगी - ताकि उन्हें समर्थन मूल्य का अप्रत्यक्ष - लाभ मिल सके। केन्द्र के कृषि मंत्रालय

ने राज्य में 22 लाख 21 हजार 632 टन सोयाबीन के मूल्यांतर (soyabean rate) भुगतान के लिए 1775.53 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की है। इससे किसानों को गिरते बाजार भाव के बीच राहत मिलने की उम्मीद है। महाराष्ट्र, जो सोयाबीन (Soybean) का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है, वहां किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 18 लाख 50 हजार 700 टन सोयाबीन की खरीद को मंजूरी दी गई है। इसके लिए 9860.53 करोड़ रुपए की राशि आवंटित की गई है।

महाराष्ट्र सरकार ने 30 अक्टूबर से किसानों का पंजीयन शुरू करने और क्रय केन्द्रों को सक्रिय करने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने किसानों से अपील की है कि वे तब तक अपना उत्पाद बाजार में न बेचें जब तक सरकारी खरीद प्रक्रिया प्रारंभ नहीं हो जाती। इसके पहले गुजरात और उत्तर प्रदेश में भी तिलहन की खरीद को मंजूरी दी जा चुकी है।