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हरियाणा सरकार ने प्रभावित लोगों के लिए मदद की राशि तय की, फसलों के लिए ड्रोन से मैपिंग व मकानो के लिए सर्वे होगा

 

हरियाणा में पिछले 20 दिनों से हो रही भारी बारिश, नदियों के उफान जल भराव से 15 लाख एकड़ से भी अधिक फसल में हजारों घरों को नुकसान पहुंचा है। हरियाणा सरकार ने प्रभावित लोगों के लिए मुआवजा राशि की सीमा तय की है। सैनी सरकार खरीफ की फसल के हुए नुकसान के लिए प्रति एकड़ 7000 से 15000 रुप ए तक की मुआवजा राशि देगी।

यह राशि प्रशासन की तरफ से गिरदावरी करवाए जाने के बाद जारी की जाएगी।

इसके अलावा मैदानी इलाकों में पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए मकान के लिए 1.20 लाख रुपए और पाहडी इलाकों के लिए 1.30 लाख रुपए सरकार की तरफ से दिए जाएंगे।

अगर मकान को 20% तक नुकसान पहुंचा है तो पक्के मकान के लिए 10 हजार और कच्चे मकान के लिए 5000 हजार दिए जाएंगे।

यह मुआवजा राशि तय करने के लिए सिएम नायब सिंह सैनी ने मंत्रियों के साथ अनौपचारिक बैठक की इसके बाद सभी उपायुक्त को निर्देश दिए गए कि जल भराव वाले एरिया में गिरे या आशिक नुकसान वाले मकान का सर्वे किया जाए जो परिवार 20 वर्षों से पंचायती जमीन या इस प्रकार की अन्य जमीन पर काबिज है उनके मकानों को भी यदि नुकसान हुआ है तो उनकी भी सूची तैयार की जाए। हरियाणा सरकार उनको भी पूरी तरह से आर्थिक सहायता देगी।

हरियाणा मुख्यमंत्री ने की अपील: नायब सिंह सैनी ने मंत्रियों, पार्टी व विधायकों से अनुरोध किया कि वह अपने एक महीने का वेतन मुख्यमंत्री राजकोष में दे ताकि पुनर्वास कार्यों और बचाव को गति दी जा सके ।अधिकारियों और कर्मचारियों से भी निवेदन किया कि अपनी इच्छा के अनुसार मुख्यमंत्री राहत कोष में सहायता करें।


राहत के लिए हरियाणा में क्या किया गया

मुख्यमंत्री ने कहा कि तक्षतिपूर्ति पोर्टल 15 सितंबर तक खुला रहेगा अब तक क्षतिपूर्ति पोर्टल पर हरियाणा में 5385 गांव के 265 533  किसानों ने 1565000 एकड़ क्षेत्र पर नुकसान का वयोरा दर्ज किया है उन्होंने जानकारी दी की तत्काल राहत उपायों के लिए सरकार ने जिलों को आरक्षित निधी के रूप में कुल 3 करोड़ 26 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की है। इसका इस्तेमाल प्रभावित लोगों को तंबू ,अस्थाई आवास ,वस्त्र ,भोजन और पशुओं के लिए चारा, ईंधन समेत अन्य सामग्री के लिए किया गया है।

इस प्रकार सहायता करेगी हरियाणा सरकार

आपदा में मृत्यु होने पर 4 लाख।

अंग हानि होने पर 74000।

60% से अधिक अंग हानि होने पर 2.5लाख।

गांव में दुकान संस्थान उद्योग को 100% हानि होने पर 1लाख या वास्तविक हानी।


बिजनेस हानी होने पर 1 से 5 लाख तक।

दुधारू पशु हानि होने पर 37500 भेढ, बकरी, सूअर की हानि होने पर 4000 रुपए, दूध ने देने वाले पशु जैसे कि ऊंट घोड़ा की हानि होने पर 32000, मुर्गी पालन पर 10000 रुपए