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हरियाणा में पहली बार ऑनलाइन खाद की बिक्री, पंजीकरण आवश्यक, अवैध बिक्री पर लगेगी रोक

 

हरियाणा में पहली बार  खाद की ऑनलाइन बिक्री शुरू हो गई। किसानों को खाद विक्रेताओं से पहले की तरह आधार कार्ड से खाद मिलेगा। इसके लिए किसान का मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण होना जरूरी है। जो पंजीकृत नहीं है, उन्हें पंजीकरण होते ही खाद मिलने लगेगा। ऑनलाइन सिस्टम का मकसद अवैध बिक्री को रोकना है। इससे औद्योगिक क्षेत्र व दूसरे राज्यों के लोगों को खाद नहीं मिलेगा। खाद विक्रेता को रोजाना की रिपोर्ट कृषि विभाग को भेजनी होगी। प्रदेश को केंद्र से 18 लाख टन खाद मिलेगा। इसमें 11.60 लाख टन यूरिया और 2.70 लाख टन डीएपी है।

हरियाणा में रबी सीजन में 25 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बिजाई होगी। प्रदेश को 24 दिनों में 1.50 लाख टन डीएपी मिलेगा। 
अभी प्रदेश में खाद का स्टॉक 3.82 लाख टन है।

 प्रदेश में खरीफ सीजन में 12.80 लाख किसानों ने पंजीकरण कराया है। इन किसानों ने कुल मिलाकर 73.48 लाख एकड़ में फसल की बिजाई की है।