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हिसार से जयपुर के लिए उड़ान शुरू, जम्मू के लिए भी हवाई सेवा जल्द

 

हिसार से जयपुर के लिए हवाई सेवा शुरू हो गई है। जल्द ही यहां से अहमदाबाद और जम्मू के लिए भी उड़ानें शुरू की जाएंगीं। सीएम नायब सिंह सैनी ने शुक्रवार को चंडीगढ़ से वर्चुअल माध्यम से हवाई सेवाओं का शुभारंभ किया। इस अवसर पर सीएम ने कहा कि यह नई उड़ान की शुरुआत नहीं, बल्कि हरियाणा के विकास, क्षेत्रीय समावेशन और आधुनिक कनेक्टिविटी की दिशा में एक अहम कदम है।

हवाई सेवाओं में बढ़ती हरियाणा की पहचान राज्य के आत्मनिर्भर, प्रगतिशील और समावेशी भविष्य की नींव का पत्थर साबित होगी। वर्ष 2014 में सरकार बनने के समय से ही नागरिक उड्डयन का विकास सरकार की प्राथमिकता रही है। नौ जून 2025 को हिसार-चंडीगढ़-हिसार हवाई

सेवाओं की शुरुआत की गई थी। अब रात में लैंडिंग कर सकेंगे हवाई जहाज : हिसार हवाई अड्डे को एयरपोर्ट

अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सहयोग से आधुनिक तकनीकों और सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है। हवाई अड्डे पर डॉपलर वीओआर प्रणाली की स्थापना की है। खराब मौसम में भी उड़ानों का संचालन सुगमता से हो सकेगा। साथ ही इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम भी स्थापित किया जा रहा है। इससे रात में भी लैंडिंग हो सकेगी। सरकार महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डे को एक पूर्ण, आधुनिक और अंतर्राष्ट्रीय स्तर का एयरपोर्ट बनाने की दिशा में प्रतिबद्ध है।

दिल्ली एयरपोर्ट के विकल्प के रूप में करेंगे विकसित... सीएम ने कहा कि भविष्य में हिसार को दिल्ली एयरपोर्ट के विकल्प के रूप में विकसित करेंगे। इससे हिसार एयरपोर्ट के विकास और विमान सेवा आरंभ होने से आम आदमी, छोटे व्यापारी और अन्य हितधारकों को लाभ होगा।

केवल हवाई सेवा ही नहीं, हिसार को एक औद्योगिक, लॉजिस्टिक और निवेश केंद्र के रूप में विकसित करने का सरकार का सपना साकार हो रहा है। 28 अगस्त 2024 को हिसार को अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का हिस्सा बनाया गया। 20 अगस्त 2025 को इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग कलस्टर, हिसार के लिए स्टेट स्पोर्ट एग्रीमेंट और शेयर होल्डर एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए गए। इस परियोजना का क्षेत्र 2 हजार 988 एकड़ है, जिसकी अनुमानित लागत 4 हजार 680 करोड़ रुपए है। इससे 1 लाख 25 हजार रोजगार पैदा होंगे। परियोजना, पूर्वी और पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से जुड़कर हरियाणा को उद्योगों का प्रवेश द्वार बनाएगी।