{"vars":{"id": "115716:4925"}}

हरियाणा राजस्थान सहित अन्य राज्यों में अधिक बारिश व जलभराव से भेड़ बकरियों में फुट रॉट नामक रोग बढ़ा, जाने कैसे करें रोकथाम

 

अधिक बारिश व जलभराव के कारण भेड़-बकरियों में फुट रॉट यानी पैर सड़न नामक संक्रामक बढ़ा है।

लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय (लुवास) के वेटरनरी क्लीनिक में पशु पालक इस बीमारी से ग्रसित भेड़ व बकरियां पहुंच रही हैं। यह रोग विशेष रूप से हिसार, भिवानी, जींद और राजस्थान के सीमावर्ती जिलों चूरू व हनुमानगढ़ में अधिक मात्रा में पाया गया है। यहां डॉक्टर 1800 से 2000 पशुओं के लिए दवाइयां भेज चुके हैं।

डॉ. नीलेश सिंधु ने बताया कि यह रोग एक पशु से दूसरे में तेजी से फैलता है। विश्वविद्यालय के पशु जन-स्वास्थ्य एवं महामारी विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. राजेश खुराना ने बताया कि यह रोग मुख्यतः डाइचेलोबैक्टर नोडोसस एवं फ्यूसोबैक्टीरियम नेक्रोफोरम नामक जीवाणुओं के संक्रमण से होता है। उपचार न किया जाए तो इससे पशुओं में लंगड़ापन, तेज दर्द और दूध व ऊन उत्पादन में भारी गिरावट हो सकती है।


खुरों की साफ-सफाई जरूरी

पशुओं के स्थान को साफ-सुथरा और सूखा रखें। नियमित रूप से फुट बाथ कराना अत्यंत आवश्यक है। इसमें 10 प्रतिशत जिंक सल्फेट, 4 प्रतिशत फॉर्मेलिन या 5-10 प्रतिशत नीला थोथा के घोल से खुरों की सफाई की जानी चाहिए।