Brass VS Bronze: पीतल और कांसे में होता है ये अंतर, बनाए जाते है इनके बर्तन
Brass VS Bronze: पहले के समय में पीतल के बर्तनों का इस्तेमाल किया जाता था. कहा जाता है कि पीतल के बर्तनों में खाना खाने से हर बीमारी दूर रहती है. अब बाजार में पीतल के साथ कांसे के बर्तन भी मिलते है. बता दें कि कांसा पीतल से ज्यादा महंगा और कीमती होता है.
यूपी का मुरादाबाद पूरी दुनिया में पीतल नगरी के नाम से जाना जाता है. यहां पर पीतल और कांसे के बर्तन सबसे ज्यादा बनाए जाते है. बाजार में पीतल और कांसे की डिमांड बहुत अधिक होती है. क्या आप जानते है कि दोनों में क्या अंतर होता है? अगर नहीं, तो चलिए हम आपको बताते है.
भारत में पीतल से ज्यादा कांसे के बर्तनों को महत्व दिया जाता है. पीतल के उत्पादन देश-विदेश में एक्सपोर्ट किया जाता है. पीतल का इस्तेमाल डेकोरेशन के उत्पाद बर्तन, फूलदान सहित आदि चीजों में इस्तेमाल किया जाता है.
पीतल को तांबा और जस्ते से बनाया जाता है. वहीं, कांसे को तांबा और रांग से बनाया जाता है. पीतल से महंगा कांसा होता है. आजकल बाजार में कांसे के बर्तनों की बहुत डिमांड है. पहले भी पुराने दौर में इसकी बहुत डिमांड रहती थी.
लेकिन अब फैशन के चलते है ये डिमांड में है. आज भी ज्यादातर लोग कांसे के बर्तन को ही खरीदते हैं. आज कल इसके डिनर सेट बाजार में बहुत बिक रहे है.
इन बर्तनों में खाना खाने से बहुत से फायदे मिलते है. कांसे की कीमत 1800 से 2000 रुपए किलो में रहती है. पीतल की कीमत 1000 से 1200 रुपए किलो रहती है.