{"vars":{"id": "115716:4925"}}

 पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल में मिशन रफ्तार के अंतर्गत ओएचई सिस्टम का अपग्रेडेशन

ट्रेनों की गति 130 कि.मी.प्र.घं. से बढ़कर 160 कि.मी./घं. हो गई है
 
 

रतलाम 13 अगस्त(इ खबर टुडे ) ।  पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल के खाचरोद–नागदा डबल लाइन खंड में  मिशन रफ्तार के तहत 12 अगस्त 2025 को परंपरागत ओवरहेड इक्विपमेंट (OHE) को अत्याधुनिक 2x25 केवी प्रणाली में अपग्रेड कर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की।

पश्चिम रेलवे के प्रधान मुख्य विद्युत  इंजीनियर  रंजन श्रीवास्तव द्वारा इस नवीन प्रणाली की शुरूआत की गई। यह भारतीय रेल में पहली बार है जब किसी
मौजूदा ओएचई प्रणाली को अपग्रेड कर 2x25 केवी प्रणाली में परिवर्तित किया गया है, जिससे ट्रेन की गति, विश्वसनीयता और परिचालन दक्षता के नए आयाम स्थापित होंगे।

अपग्रेडेशन परियोजना के तहत नागदा ट्रैक्शन सब स्टेशन (TSS)  बनाया गया। बिजली वितरण की दक्षता और रखरखाव में सुगमता हेतु इस प्रणाली की सुरक्षा और स्थायित्व बढ़ाने के लिए एरियल अर्थ कंडक्टर एवं फीडर वायर की भी व्यवस्था की गई है। 

मौजूदा ओएचई  सिस्टम के अपग्रेडेशन होने से  इस सेक्शन में  ट्रेनों की गति 130 कि.मी.प्र.घं. से बढ़कर 160 कि.मी./घं. हो गई है। यह अत्याधुनिक प्रणाली न केवल उच्च गति वाली ट्रेनों के संचालन का मार्ग प्रशस्त करेगी, बल्कि परिचालन समयबद्धता और ऊर्जा दक्षता में भी उल्लेखनीय सुधार सुनिश्चित करेगी।

'मिशन रफ्तार' के अंतर्गत पश्चिम रेलवे का यह प्रयास तेज गति, अधिक क्षमता और अत्याधुनिक तकनीकी उन्नयन के माध्यम से भारतीय रेल के आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा ।