चिकित्सक जानबूझकर गंदी लिखावट लिख रहे, ताकि मेडिकल व्यवसायी नहीं समझ सके
रतलाम,31 दिसंबर (इ खबर टुडे)। जिले में कुछ चिकित्सक जानबूझकर गंदी लिखावट लिखते है, ताकि सभी मेडिकल व्यवसायी उनकी लिखावट नहीं समझ सके। कुछ चिकित्सकों ने तो अपने मेडिकल खोल रखे है और दवाओं का स्टाकिस्ट भी उसे बना रखा है। इससे बाजार में उनकी लिखी दवा मिलती नहीं और मजबूरन निर्धारित दुकान से खरीदना पडती है। हडडी और चर्म रोग के चिकित्सक ये काम ज्यादा कर रहे है।
यह विषय जिला औषधि विक्रेता संघ की चतुर्थ कार्यकारिणी सभा में उठा। इसमें औषधि विक्रेताओं ने संघ से इस संबंध में जनहित तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया। कार्यकारिणी सभा जिला औषधि विक्रेता संघ के अध्यक्ष जय छजलानी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इस मौके पर मध्य प्रदेश केमिस्टस एण्ड ड्रगिस्टस एसोसिएशन के प्रतिनिधि एवं विशेष आमंत्रित सदस्य चद्रप्रकाश जैन चंदू भैया विशेष रूप से उपस्थित रहे। उपाध्यक्ष प्रकाश चैरडिया (जावरा),सचिव अजय मेहता, सह-सचिव विनय लौढा एवं संगठन सचिव दीपक दोशी मंचासीन रहे।
सभा में दवा व्यवसायियों की वर्तमान समस्याओं के साथ आगामी दिनों में प्रस्तावित वार्षिक आम सभा से संबंधित विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई। समस्याओं का समाधान अध्यक्षीय मार्गदर्शन में सामूहिक सहमति से सुनिश्चित करने का निर्णय लिया गया। सभा का संचालन सचिव अजय मेहता ने किया। आभार दीपक दोशी ने माना।
सभा में रतलाम के दिनेश बरमेचा, राजेश व्यास कमलचंद कटकानी, संजय पुगलिया, हर्ष शर्मा, पारस जैन, प्रवीण गुप्ता, उमेश माहेश्वरी,हार्दिक मेहता महेश अग्रवाल, अरुण त्रिपाठी, पवन मालवी, आलोट के कृष्णकांत गुप्ता, विनोद शर्मा, राजेंद्र राजा, जावरा के सुरेश भावसार,राजेश सेठिया, ताल के कमलेश सितपुरिया,ढोढर के संदीप पोरवाल,सैलाना के संजय तातेड, रावटी के सुधीर गांधी,खारवा के सुनील पोरवाल, धराड के दिलीप पाटीदार आदि मौजूद रहे।