रतलाम / टंट्या भील स्वास्थ्य सेवा यात्रा 2.0 का सफल आयोजन
रतलाम, 29 दिसंबर (इ खबर टुडे)। नेशनल मेडिकोस ऑर्गेनाइजेशन (NMO) रतलाम , सेवा भारती रतलाम एवं एकल अभियान रतलाम के संयुक्त तत्वावधान में टंट्या भील स्वास्थ्य सेवा यात्रा 2.0 का 27 एवं 28 दिसंबर को सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस सेवा यात्रा का उद्देश्य जनजातीय अंचलों में स्वास्थ्य सेवाएं पहुँचाना तथा युवाओं में स्वास्थ्य सेवा के माध्यम से राष्ट्र सेवा की भावना को सुदृढ़ करना रहा।
इस दो दिवसीय अभियान में मध्यप्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र एवं गुजरात के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों से लगभग 180 मेडिकल छात्र एवं 45 चिकित्सकों ने सहभागिता की। सेवा यात्रा के अंतर्गत रतलाम जिले के जनजातीय अंचलों के लगभग 90 गांवों में स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए, जिनके माध्यम से करीब 2000 से अधिक मरीजों को निःशुल्क परामर्श, जांच एवं उपचार का लाभ प्राप्त हुआ।
ये स्वास्थ्य शिविर चार केंद्रों—बाजना, रावटी, सैलाना एवं सरवान के अंतर्गत आयोजित किए गए। शिविरों में सामान्य चिकित्सा, बाल रोग, स्त्री रोग, नेत्र परीक्षण, दंत परीक्षण एवं प्राथमिक उपचार जैसी सेवाएं प्रदान की गईं। आवश्यकता अनुसार मरीजों को आगे के उपचार हेतु मार्गदर्शन भी दिया गया।
इस सेवा यात्रा की एक महत्वपूर्ण विशेषता यह रही कि चिकित्सकों एवं मेडिकल छात्रों ने गांवों की व्यवस्था को नजदीक से देखा तथा एकल अभियान के कार्यों एवं एकल के अध्यापकों (आचार्यों) द्वारा किए जा रहे ग्राम विकास एवं शिक्षा संबंधी प्रयासों का प्रत्यक्ष अवलोकन किया। इससे सहभागियों को ग्रामीण एवं जनजातीय समाज की जीवनशैली, स्वावलंबन एवं संस्कार आधारित शिक्षा पद्धति को समझने का अवसर मिला।
सेवा यात्रा के दौरान चिकित्सकों ने जनजातीय जीवन को नजदीक से देखा, ग्रामीणों के साथ समय बिताया तथा उनके साथ बैठकर भोजन किया। इससे सेवा भाव के साथ-साथ सामाजिक समरसता एवं संवेदनशीलता का भी अद्भुत अनुभव सभी सहभागियों को प्राप्त हुआ।
सेवा यात्रा के समापन अवसर पर आयोजित कल्याण समारोह में मालवा प्रांत के प्रांत प्रचारक श्री राजमोहन सिंह जी की गरिमामयी उपस्थिति रही। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि जनजातीय समाज के बीच इस प्रकार की सेवा गतिविधियां समाज में आत्मीयता, समरसता एवं राष्ट्रभाव को मजबूत करती हैं। उन्होंने चिकित्सकों एवं मेडिकल छात्रों द्वारा किए जा रहे इस सेवा कार्य की सराहना की और इसे राष्ट्र निर्माण की दिशा में एक प्रेरणादायी पहल बताया।
आयोजकों ने बताया कि टंट्या भील स्वास्थ्य सेवा यात्रा केवल एक चिकित्सा शिविर नहीं, बल्कि जनजातीय समाज के साथ आत्मीय जुड़ाव और राष्ट्र निर्माण की दिशा में एक सशक्त कदम है। इस अभियान ने यह संदेश दिया कि स्वास्थ्य सेवा ही सच्ची राष्ट्र सेवा है।
स्थानीय ग्रामीणों ने इस सेवा कार्य के लिए नेशनल मेडिकोस ऑर्गेनाइजेशन रतलाम एवं सेवा भारती रतलाम का आभार व्यक्त किया और भविष्य में भी ऐसे सेवा अभियानों की निरंतरता की अपेक्षा जताई।