रतलाम मंडल के बेहतर समन्वय और सूझबूझ से सीहोर रेलवे स्टेशन पर रिकॉर्ड भीड़ का सफलतापूर्वक प्रबंधन
रतलाम, 08 अगस्त(इ खबर टुडे ) । सीहोर स्थित कुबेरेश्वर धाम में आयोजित कांवड़ यात्रा के चलते 5 से 8 अगस्त 2025 के बीच सीहोर रेलवे स्टेशन पर लाखों श्रद्धालुओं की आवाजाही रही। यह भीड़ सामान्य दिनों की तुलना में लगभग दस गुना से अधिक थी। इसके बावजूद रतलाम मंडल के वाणिज्य, परिचालन, रेलवे सुरक्षा बल (RPF) एवं अन्य विभागों के बेहतर समन्वय और सूझबूझ से इस भारी भीड़ का सफल व सुरक्षित प्रबंधन किया गया।
भीड़ का आकलन कर ट्रेन संचालन की योजना बनाने में वाणिज्य विभाग ने सक्रिय भूमिका निभाई। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक द्वारा मंडल कार्यालय से लगातार निगरानी की गई। इसके साथ ही ट्रेनों स्पेशल ट्रेनों के मरम्मत कार्य में मेकेनिकल विभाग, ट्रेनों के परिचालन में ऑपरेटिंग विभाग, टेंट एवं होल्डिंग एरिया के निर्माण में इंजीनियरिेंग विभाग, सुरक्षा को पुख्ता करने में रेलवे सुरक्षा बल, उत्तम प्रकाश व्यवस्था के लिए बिजली विभाग तथा किसी भी आपात स्थिति प्राथमिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए मेडिकल विभाग के साथ ही अन्य विभागों का भी इस भीड़ प्रबंधन में काफी प्रभावी एवं महत्वपूर्ण भूमिका रही। मंडल के सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों एवं पर्यवेक्षकों द्वारा इस भीड़ प्रबंधन से संबंधित कार्यों की निगरानी की गई।*
इस अवधि में यात्रियों की सुविधा हेतु सीहोर स्टेशन पर कुल 11 अतिरिक्त काउंटर 26 शिफ्ट में चालू किए गए तथा पूछताछ काउंटर पर दो शिफ्टों में स्टाफ की व्यवस्था की गई। टिकट जांच कार्य के लिए लगभग 30 चेकिंग स्टाफ की भी तैनाती की गई। इन चार दिनों में अतिरिक्त यात्रियों से रेलवे को अनारक्षित टिकटों से लगभग 50 लाख रुपये की आय प्राप्त हुई।
यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने हेतु वाणिज्य और परिचालन विभाग द्वारा विशेष ट्रेनों का संचालन सुनिश्चित किया गया। 5 से 8 अगस्त के दौरान उज्जैन-भोपाल और उज्जैन-सीहोर मार्गों पर प्रतिदिन दोनों दिशाओं में अनारक्षित ट्रेन के कुल 36 फेरे चलाई गईं।
स्टेशन परिसर में भीड़ को नियंत्रित करने हेतु 840 वर्गमीटर क्षेत्र में स्थायी होल्डिंग एरिया तथा 700 वर्गमीटर में टेंट की व्यवस्था की गई। होल्डिंग एरिया के पास पीने का पानी एवं प्रकाश की समुचित व्यवस्था की गई । भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था में प्रतिदिन रेलवे सुरक्षा बल के 25 तथा जीआरपी के 20 जवानों ने सक्रिय भूमिका निभाई।
प्लेटफॉर्म एवं ट्रेन तक भीड़ को व्यवस्थित तरीके से चढ़ाने, इनकमिंग यात्रियों को बाहर निकालने और पटरियों पर अनधिकृत आवागमन रोकने में उनका अहम योगदान रहा। स्टेशन पर सीसीटीवी की मदद से लगातार निगरानी की गई, जिससे किसी भी संभावित अप्रिय स्थिति से समय रहते निपटा जा सका।
आपात स्थिति से निपटने हेतु चिकित्सा विभाग भी पूरी तरह से सतर्क और तैनात रहा। प्राथमिक उपचार की व्यवस्था स्टेशन पर ही सुनिश्चित की गई। यात्रियों की सुविधा हेतु पीने के पानी और शौचालय जैसी आवश्यक व्यवस्थाएं भी दुरुस्त रखी गईं।
वर्तमान में संचालित की जा रही स्वच्छता अभियान को ध्यान में रखते हुए सीहोर रेलवे स्टेशन पर रिकॉर्ड भीड़ के दौरान भी स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया गया तथा नियमित स्टेशन एवं स्टेशन परिसर की सफाई करवाई गई।
रेलवे स्टेशन परिसर में अतिरिक्त भीड़ की समुचित प्रबंधन करने के साथ ही इस संबंध में स्थानीय जिला प्रशासन के साथ भी बेहतर समन्वय स्थापित
किया गया। मंडल रेल प्रबंधक अश्वनी कुमार के मार्गदर्शन एवं विभिन्न विभागों के कुशल समन्वय के चलते सीहोर रेलवे स्टेशन की क्षमता से कहीं अधिक भीड़ का प्रभावी और सुरक्षित प्रबंधन किया गया। श्री कुमार ने सीमित संसाधनों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली सीहोर स्टेशन की टीम को बधाई देते हुए उनका मनोबल बढ़ाया।