एफटीआर साइट कोलिजन हुई है, जिसमें कुछ यात्री फंसे होने की संभावना
रतलाम, 06 दिसम्बर(इ खबर टुडे)। पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल के शंभुपूरा यार्ड में रेलवे, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और स्थानीय प्रशासन के संयुक्त सहयोग से आपदा प्रबंधन क्षमता का मूल्यांकन करने हेतु मॉक ड्रिल आयोजित की गई। इस अभ्यास का उद्देश्य किसी भी दुर्घटना की स्थिति में निर्धारित समयसीमा में राहत एवं बचाव कार्यों को प्रभावी रूप से अंजाम देना था।
आज शनिवार को प्रातः 09.50 बजे कंट्रोल कार्यालय को सूचना प्राप्त हुई कि शंभुपूरा यार्ड के लाइन नंबर 12 पर एफटीआर साइट कोलिजन हुई है, जिसमें कुछ यात्री फंसे होने की संभावना है। सूचना मिलते ही रेलवे राहत गाड़ी, एआरटी (एक्सिडेंट रिलिफ ट्रेन), एआरएमई (एक्सिडेंट रिलिफ मेडिकल इक्यूपमेंट) तथा चिकित्सा दल को तुरंत सूचित किया गया तथा निर्धारित समायावधि में एआरटी एवं एआरएमई अपनी पूरी तैयारी के साथ घटना स्थल की ओर रवाना हुआ।
एनडीआरएफ टीम, कमांडेंट निशांत कुमार सिंह एवं उनकी लगभग 25 सदस्यीय टुकड़ी के साथ तत्काल घटनास्थल पर पहुँची। रेलवे, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सिविल प्रशासन, पुलिस बल, अग्निशमन दल एवं नागरिक सुरक्षा समिति के संयुक्त प्रयासों से घायलों को सुरक्षित निकालने का कार्य निर्धारित समय में सफलतापूर्वक पूरा किया गया।
राहत एवं बचाव कार्य पूर्ण होने के बाद इस घटना को रेल प्रशासन ने मॉक ड्रिल घोषित किया। संपूर्ण अभ्यास अपर मंडल रेल प्रबंधक( परिचालन) के.एल. मीना के निर्देशन एवं वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी डी.एम. सिंह के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। इस दौरान मॉक ड्रिल स्थल पर वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर(सी एंड डब्ल्यू), वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक(सामान्य), एरिया ऑफिसर चित्तौड़गढ़ सहित अन्य अधिकारी एवं संबंधित विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे। अपर मंडल रेल प्रबंधक(इंफ्रा) अक्षय कुमार द्वारा मंडल कार्यालय स्थित कंट्रोल ऑफिस से मॉक ड्रिल का अवलोकन किया गया।