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 एमपी राइज- 2025 : रीजनल इंडस्ट्री, स्किल एंड एम्प्लॉयमेंट कॉन्क्लेव

 कौशल, विकास और उद्यमी सफलता का स्वर्णिम पथ
 
 

रतलाम 27 जून(इ खबर टुडे)। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा उद्योग एवं रोजगार वर्ष 2025’ अंतर्गत रीजनल इंडस्ट्री, स्किल एंड एम्प्लॉयमेंट कॉन्क्लेव-एमपी राइज़ 2025“ का आयोजन 27 जून को रतलाम में किया जा रहा है। यह आयोजन विशेष रूप से इसलिए भी महत्त्वपूर्ण है क्योंकि 27 जून को ’अंतरराष्ट्रीय एमएसएमई दिवस’ मनाया जाता है। रतलाम को आयोजन स्थल के रूप में चुना जाना भी रणनीतिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है। यह शहर राजस्थान और गुजरात से निकटता रखता है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के समीप स्थित ह. और अब मध्यप्रदेश के एक नए औद्योगिक व लॉजिस्टिक्स हब के रूप में उभर रहा है।

इस भव्य आयोजन में 2500 से अधिक प्रतिभागी सहभागिता कर रहे है, जिनमें देश-प्रदेश के उद्योगपति, निवेशक, युवा उद्यमी, लाभार्थी, बैंक प्रतिनिधि, प्रशिक्षण संस्थान एवं मीडिया से जुड़े प्रतिनिधि शामिल होंगे। कार्यक्रम में अनेक विशिष्ट अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति अपेक्षित है, जिनमें  दिनेश पाटीदार (अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, शक्ति पंप्स), संदीप गुप्ता (प्रबंध निदेशक, जैकसन ग्रुप),  सिद्धार्थ बिंद्रा (प्रबंध निदेशक, बीबा इंडिया),  अजीत जैन (अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, आईपीसीए), श्री आर. एस. जोशी (अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, गोल्डक्रेस्ट सीमेंट), श्री पंकज ओस्तवाल (अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, कृष्णा फॉसकेम),  आनंद बंगुर (प्रबंध निदेशक, श्रीजी पॉलीमर्स),  ओंकार पांडे (कार्यकारी उपाध्यक्ष, ओरियाना पावर) तथा   कैलाश धनुका (निदेशक, धनुका ग्रुप) सहित देश के अग्रणी उद्योगपति एवं निवेशक हिस्सा लेंगे।

आयोजन में मुख्य अतिथि माननीय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ राज्य सरकार के मंत्रीगण, प्रमुख सचिव, आयुक्तगण, औद्योगिक विकास निगमों के वरिष्ठ अधिकारी सम्मिलित होंगे।

क्षेत्र में फार्मा, बायोटेक, रसायन, खाद्य प्रसंस्करण, टेक्सटाइल, नवीकरणीय ऊर्जा, लॉजिस्टिक्स, जेम्स एंड ज्वेलरी जैसे सेक्टर्स को फोकस किया गया है। निवेशकों के लिए एमएसएमई क्लस्टरों के साथ-साथ लगभग 4 हजार एकड़ भूमि पर विकसित हो रहा प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा मेगा इंडस्ट्रियल पार्क भी विशेष आकर्षण का केंद्र होगा।

कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में लघु फिल्मों के माध्यम से प्रदेश में संचालित योजनाओं की सफलताओं की झलक प्रतिभागियों को मिलेगी। प्रतिष्ठित उद्योगपति कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित होकर प्रत्यक्ष रूप से अपने अनुभव व विचार साझा करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा उद्यमियों को आशय पत्र वितरित किए जाएंगे। विभिन्न सरकारी योजनाओं के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को ऋण एवं वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाएगी। इस अवसर पर कई औद्योगिक इकाइयों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया जाएगा साथ ही औद्योगिक अधोसंरचना परियोजनाओं जैसे औद्योगिक पार्क, क्लस्टर एवं कार्यालय भवनों का लोकार्पण भी प्रस्तावित है। आयोजन के दौरान प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ एमओयू का आदान-प्रदान भी किया जाएगा।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इस अवसर पर विशेष संबोधन देंगे, जिसमें वे राज्य सरकार की औद्योगिक नीतियों, निवेश के अनुकूल वातावरण, रोजगार सृजन, महिला उद्यमिता तथा युवाओं के कौशल विकास के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता साझा करेंगे। साथ ही वे प्रमुख निवेशकों के साथ वन-टू-वन बैठकें भी करेंगे।

एमपी राइज कार्यक्रम के अंतर्गत तीन प्रमुख थीमैटिक सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिनमें राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञ अपने विचार साझा करेंगे। ये सत्र क्रमशः एमएसएमई विभाग द्वारा राइजिंग एण्ड एक्सीलरेटिंग एमएसएमई परफोरमेंस कौशल विभाग द्वारा ’तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार और उद्योग विभाग द्वारा ‘‘इजी ऑफ डूएंग बिजनेस’’ एवं निवेश नीतियाँ विषयों पर आधारित होंगे।

इस कॉन्क्लेव की एक अन्य विशेषता प्रदर्शनी है, जिसमें मालवा अंचल के जिलों के विशिष्ट उत्पादों को विशेष पवेलियन के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। प्रदर्शनी में प्रदेश के विभिन्न विभागों, एमएसएमई इकाइयों, वित्तीय संस्थानों और स्टार्टअप्स की सहभागिता सुनिश्चित की गई है। यह पहल स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने की दिशा में अहम भूमिका निभाएगी।

रतलाम में आयोजित हो रहा यह पहला एमपी राइज कार्यक्रम पूर्व में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव (आरआईसी) से कई मायनों में भिन्न है। यह आयोजन केवल उद्योग और निवेश तक सीमित न होकर नीति, प्रशिक्षण, नवाचार और सामाजिक समावेश को भी समाहित करता है। यहां निवेशकों के साथ-साथ युवाओं, महिलाओं, एमएसएमई इकाइयों और स्टार्टअप्स के लिए भी सशक्त अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

एमपी राइज़ 2025- रतलाम न केवल निवेश को प्रोत्साहित करने वाला एक मंच है बल्कि सामाजिक, आर्थिक परिवर्तन की दिशा में राज्य सरकार का एक निर्णायक और समावेशी प्रयास भी है। जो क्षेत्र सहित संपूर्ण मध्यप्रदेश को औद्योगिक और रोजगार की दृष्टि से प्रगति पथ पर अग्रसर करेगा।