18 विधाओं में जिला स्तर पर प्रतिभागिता कर कन्या महाविद्यालय युवा उत्सव में अग्रण्य
रतलाम 29 अक्टूबर(इ खबर टुडे ) । शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय रतलाम में आज जिला स्तरीय युवा उत्सव का आयोजन हुआ। जिसमें जिले के विभिन्न महाविद्यालय से प्रतिभागियों ने भाग लिया व संगीत व चित्रकला में प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉ मनोहर जैन एवं प्राचार्य श्रीमती मंगलेश्वरी जोशी द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन कर किया गया। तत्पश्चात अतिथि का स्वागत डॉ बी वर्षा, डॉ अनामिका सारस्वत द्वारा किया गया।
युवा उत्सव के उद्घटान सत्र में जिला युवा उत्सव की नोडल अधिकारी डॉ बी वर्षा ने कार्यक्रम की रूपरेखा बताते हुए कहा कि कला, कलाकार को जन्म देती है कहा जाता है कि यदि कहीं की सभ्यता देखनी है तो वहां की कला को देखना चाहिए। और हमारा देश तो कलाओं को लेकर बहुत समृद्ध है, इन्हीं कलाओं को हम आज यहां मंच पर देखेंगे। कन्या महाविद्यालय में जिला स्तर पर सांगीतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है, जिसमे विभिन्न महाविद्यालयों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया है, साथ ही उन्होंने अतिथि डॉ मनोहर जैन का अतिथि परिचय भी दिया।
उद्घाटन सत्र के पश्चात महाविद्यालय स्तर पर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता रही छात्राओं को अतिथियों द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम की अगली कड़ी में अतिथि रंगकर्मीं व पूर्व प्राध्यापक डॉ मनोहर जैन ने प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि 22 विधाओं में से 18 विधाओं में भाग लेकर प्रथम स्थान प्राप्त करना इस कॉलेज की बड़ी उपलब्धि है,
अन्य कहीं इतना उत्साह देखने को नहीं मिलता। किसी भी राष्ट्र का भविष्य उसके युवाओं के हाथों में होता है।आज हम अपने युवाओं को जितना अधिक सशक्त बनाएंगे, हमारा देश उतना ही उज्जवल कल देखेगा। युवाओं को चाहिए कि वह अपना चहुंमुखी विकास कर देश की सांस्कृतिक धरोहर को समृद्ध करें ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ मंगलेश्वरी जोशी ने अपने उधबोधन में कहा कि शिक्षा का उद्देश्य मात्र डिग्रियां प्राप्त करना ही नहीं है बल्कि युवाओं को संस्कारवान, विचारवान एवं बहुमुखी प्रतिभा का धनी बनाना भी है।
उच्च शिक्षा का एक मंतव्य यह भी है कि देश के युवाओं के व्यक्तित्व के बहिर्मुखी विकास के लिए अनुकूल अवसर विद्यार्थियों को उपलब्ध कराएं जाएं। युवा उत्सव जैसी गतिविधियां उन्हें अपना हुनर दिखाने के लिए एक मंच प्रदान करती है।
हमारे युवाओं को चाहिए कि यह जीवन एक गीत है इसे गाइए, जीवन एक चुनौती है उसे स्वीकार कर आगे बढ़ें। डॉ जोशी ने सभी महाविद्यालय से पधारे अतिथियों का स्वागत किया व सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी।
जिला स्तरीय प्रतियोगिता में शा. कला एवं विज्ञान महाविद्यालय, वाणिज्य महाविद्यालय, विधि महाविद्यालय, अरिहंत महाविद्यालय रतलाम, भगतसिंह महाविद्यालय जावरा, शा महाविद्यालय सैलाना, शा महाविद्यालय रावटी, शा महाविद्यालय पिपलौदा, एस एस आई टी रतलाम के 68 प्रतिभागियों ने प्रतिस्पर्धा में भाग लिया।
इस अवसर पर वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ सुनीता श्रीमाल, पूर्व प्राध्यापक डॉ अनिल जैन, डॉ सुरेश चौहान, प्रो विनोद जैन, प्रो नारायण विश्वकर्मा,डॉ सरोज खरे, डॉ मीना सिसोदिया, डॉ संध्या सक्सेना, डॉ वी एस बामनिया, डॉ मणिक डांगे, प्रो एस पी गिरी, डॉ स्वर्णलता नागर, डॉ रोशनी रावत, प्रो सौरभ गुर्जर, प्रो अनुष्का सिंह, विवेकानंद उपाध्याय, डॉ रोहित चावरे, डॉ दिवाकर भटेले, डॉ निशा निमावत, डॉ विजेंद्र श्रीवास्तव, डॉ मीनाक्षी माली, डॉ रूपेश सूर्यवंशी, डॉ वंदना नामदेव, डॉ सुनीता जैन, प्रो दीक्षा गुप्ता, खुशबू राठी, रंजीता समन सहित बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का संचालन डॉ स्नेहा पंडित ने व आभार डॉ अनामिका सारस्वत ने किया।