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विकास शुल्क किस्तों में भरने की सुविधा से बढ़ेगी कॉलोनियों का विकास

 

Ratlam News: शहर की 41 अवैध कॉलोनियों को वैध घोषित करने के बाद हुए सर्वे में पता चला कि वहाँ सड़क, नाली, पेयजल और विद्युतीकरण जैसी बुनियादी सुविधाएँ दुरुस्त करने के लिए बड़े पैमाने पर धनराशि की आवश्यकता है। कुल मिलाकर इन कॉलोनियों में अनुमानित खर्च लगभग अठारह करोड़ पच्चीस लाख रुपये आंका गया है। इसी अनुमान के आधार पर नगरपालिका ने विकास शुल्क तय किया था, जो प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से लगाया गया है। औसतन 500 वर्ग फीट के प्लॉट पर यह शुल्क कॉलोनी की स्थिति के अनुसार दस से बीस हजार रुपये के बीच आता है।

इन कॉलोनियों के अधिकतर निवासियों की आर्थिक दशा मध्यम से कम है और वे एकमुश्त इतनी बड़ी राशि अदा नहीं कर पा रहे। इसलिए अब तक केवल बहुत कम परिवारों ने ही विकास शुल्क दिया है और नगर निकाय के पास परियोजनाएँ चलाने के लिए पर्याप्त बजट नहीं बन पाया। जहाँ-जहाँ कुछ काम विधायक निधि या अन्य स्रोतों से हुए, वहाँ प्रगति दिखती है, पर अधिकांश कॉलोनियों में अभी भी सड़क व नाली जैसी आवश्यकताएँ अधूरी हैं।

प्रचलित नियमावली के अनुरूप सक्षम प्राधिकारी को विकास शुल्क किस्तों में लेने की अनुमति है, बशर्ते कुल अवधि पांच वर्ष से अधिक न हो। इसी प्रावधान का लाभ उठाते हुए नगरपालिका ने विकास शुल्क किस्तों में देने की सुविधा देने की योजना बनाई है। प्रस्ताव को परिषद के समक्ष रखकर अनुमोदन के बाद इसे सक्षम प्राधिकारी को भेजा जाएगा। मंजूरी मिलने पर यह व्यवस्था लागू कर दी जाएगी ताकि नागरिक अपनी आर्थिक क्षमता के अनुसार किश्तों में राशि जमा कर सकें और नगरपालिका को भी कार्य आरंभ करने हेतु वित्तीय संसाधन मिल सकें।

नगरपालिका की योजना में यह भी शामिल है कि यदि चाहिए तो निजी एजेंसियों के माध्यम से डक्टिंग, पाइप-लाइन या अन्य भूमिगत काम कराए जाएँ और उनसे उपयुक्त सेवा-शुल्क लिया जा सके। इससे सरकारी खर्चों में कमी आएगी और रखरखाव हेतु एक पारदर्शी तंत्र बन सकेगा। एक उदाहरण के रूप में एक कॉलोनी के निवासियों ने सामूहिक प्रयास कर एकमुश्त राशि जमा की, जिससे वहाँ सुधार कार्यों की रूपरेखा तैयार हो चुकी है।

नगरपालिका प्रबंधन यह सुनिश्चित करेगा कि पारदर्शिता और जवाबदेही बनी रहे, समयबद्ध रिपोर्टिंग होगी। किस्त सुविधा लागू होते ही उम्मीद है कि शेष कॉलोनियों में भी विकास कार्यों को गति मिलेगी और स्थानीय नागरिकों की जीवन-स्तर में सुधार होगा।