आंगनवाड़ियों को मिलेगा नया रूप, स्मार्ट सेंटर और हरी-भरी वाटिका से बच्चे सीखेंगे और पोषण पाएंगे
Ratlam News: ग्रामीण आंगनवाड़ियों का रूप अब बदलने जा रहा है। जल्द ही ये केंद्र बच्चों के लिए मिनी स्कूल, हेल्दी किचन और पर्यावरण पाठशाला का रूप ले लेंगे। एलईडी टीवी, योगा मेट और आरामदायक कुर्सियों से लैस ये स्मार्ट आंगनवाड़ियां बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाई करने और पोषण पाने का अवसर देंगी। बच्चों के लिए एनिमेटेड लेसन और कार्टून के माध्यम से पढ़ाई और मनोरंजन दोनों का अनुभव उपलब्ध होगा।
सक्षम आंगनवाड़ी 2.0 योजना के तहत जिले की 189 आंगनवाड़ियों को इस बदलाव के लिए चुना गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में 27 आंगनवाड़ियां जावरा क्षेत्र में शामिल हैं। चयनित केंद्रों पर आवश्यक संसाधन पहले ही पहुंच चुके हैं और जल्द ही वितरण प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। इस बदलाव का उद्देश्य बच्चों को आंगनवाड़ी केंद्र से जोड़कर रखना और घर लौटने के बाद अनुभव साझा करने के लिए प्रेरित करना है।
हर केंद्र पर रेनवॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम भी लगाया जाएगा। वर्षा का पानी इकट्ठा करके इसका उपयोग किया जाएगा, जिससे भूजल स्तर बढ़ेगा और ग्रामीणों को जल संरक्षण का मॉडल दिखेगा। इस प्रक्रिया में ग्राम पंचायत और महिला बाल विकास विभाग की सीधी भागीदारी होगी। प्रत्येक रेनवॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम पर लगभग 16,000 रुपए खर्च किए जाएंगे।
साथ ही, हर केंद्र में पोषण वाटिका बनाई जाएगी। आंगन में हरी-भरी पालक, मेथी, भिंडी और लौकी उगाई जाएगी, जिससे बच्चों के लिए ताजगी और पोषण से भरपूर भोजन तैयार होगा। पोषण वाटिका की जिम्मेदारी पंचायतों की होगी और प्रत्येक पर करीब 10,000 रुपए का खर्च आएगा। पूरे योजना में 18 लाख 90 हजार रुपए से यह वाटिकाएं तैयार की जाएँगी।
इस पहल से बच्चों को न केवल शिक्षा और पोषण मिलेगा, बल्कि वे जल संरक्षण और पर्यावरण के महत्व को भी समझेंगे। आंगनवाड़ियों का यह नया स्वरूप बच्चों और ग्रामीण समुदाय दोनों के लिए लाभकारी साबित होगा।