Railway New Bypass : हाजीपुर-सुगौली नई रेललाइन पर बनेगा आठ किमी लंबा रेलवे बाईपास, किसानों पर होगी नोटों की बारिश
हाजीपुर-सुगौली नई रेललाइन और हाजीपुर-बरौनी रेलखंड को आपस में जोड़ने के लिए कनेक्टिंग रेल बाईपास का निर्माण होगा। हाजीपुर-बरौनी रेलखंड के चकमकरंद स्टेशन से लेकर हाजीपुर-मुजफ्फरपुर रेलखंड स्थित घोसवर के बीच रेल बाईपास बनेगा। रेलवे ने 8.2 किमी लंबी नई बाईपास को मंजूरी दे दी है। गोरखपुर, नरकटियागंज, मुजफ्फरपुर व सुगौली रूट की ट्रेनें सीधे बायपास होते हुए बरौनी रूट से हावड़ा व नॉर्थ ईस्ट के राज्यों के लिए रवाना होंगी।
इसके लिए जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। जहां पर किसानों की जमीन के मुआवजे के तौर पर नोटों की बारिश होगी। वहीं आसपास की प्रापर्टी के रेट आसमान छूने वाले है। हावड़ा व नॉर्थ ईस्ट से बरौनी के रास्ते आने वाली ट्रेनें हाजीपुर सुगौल रेलखंड से दिल्ली, गोरखपुर, नरकटियागंज, सीतामढ़ी और दरभंगा पहुंचेंगी।
घोसवर और चकमकरंद स्टेशन हाजीपुर से महज पांच किमी पर है। 8.2 किमी लंबी बाईपास बनने से सुगौली रूट से आने वाली मालगाड़ी हाजीपुर जंक्शन पर पहुंचे बिना सीधे बरौनी की ओर प्रस्थान करेगी। इससे हाजीपुर जंक्शन को अधिक से अधिक ट्रेनों का परिचालन संभव हो सकेगा। बीते पांच मार्च को हुई सोनपुर रेल मंडल की संसदीय समिति की बैठक में केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के प्रतिनिधि ने घोसवर व चकमकरंद के बीच रेल बायपास निर्माण की मांग की थी।
इस परियोजना को रेलवे ने स्वीकृति दे दी है। इस संबंध में बैठक की प्रोसिडिंग जारी कर बायपास परियोजना को मंजूरी मिलने की जानकारी दी गई है। इससे पूर्व सोनपुर व पाटलिपुत्र के बीच पहलेजाघाट से परमानंदपुर तक छह किमी लंबी बायपास बनने से पटना व गोरखपुर के बीच नया रूट विकसित हुआ। ट्रेनें पांच घंटे में पटना से गोरखपुर पहुंच रही हैं।
रेलवे बायपास से प्रमुख फायदे
उत्तर बिहार में रेल कनेक्टिविटी बढ़ने से ट्रेनों से कम समय में यात्रा होगी पूरी।
चंपारण रूट की ट्रेनें मुजफ्फरपुर व समस्तीपुर जंक्शन पहुंचे बिना सीधे जाएंगी बरौनी।
मुजफ्फरपुर- हाजीपुर रेलखंड पर मालगाड़ी घटने से यात्री ट्रेनों की बढ़ेगी संख्या।
सरैया, पारू व साहेबगंज के लोगों के लिए हावड़ा व नॉर्थ इस्ट के यात्रा में होगी सहूलियत ।
नई रेललाइन का निर्माण होने से बड़ी संख्या में लोगों को मिलेगा रोजगार।