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आलीराजपुर-बड़वानी-खंडवा ट्रेन से सीधे जुड़ेंगे, गुजरात की दूरी 200 किमी घटेगी

 

मालवा-निमाड़ का रेलवे लाइन का एक और सपना जल्द पूरा होने वाला है। आजादी के बाद मध्यप्रदेश में रेलवे ने सबसे अहम और महत्वाकांक्षी रेल प्रोजेक्ट आलीराजपुर से खंडवा (वाया बड़वानी, जुलवानिया, खरगोन) के बीच नई रेल लाइन की तैयारी शुरू कर दी है। करीब 231 किमी के इस प्रोजेक्ट की मंजूरी के बाद रेलवे ने रेल लाइन के लिए चार अलाइनमेंट (रूट) तैयार किए हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा हिस्सों को जोड़ा जा सके। इनमें से एक रूट को फाइनल कर विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जाएगी। इसके बाद रेल मंत्रालय के पास फाइल जाएगी। सब ठीक रहा तो डेढ़ साल में इस लाइन की स्वीकृति की सारी प्रक्रियाएं पूरी हो जाएंगी, उसके बाद रेलवे इस लाइन पर काम शुरू करेगा। पश्चिम रेलवे के चीफ एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर विनीत गुप्ता ने कहा कि जनप्रतिनिधियों से भी चर्चा कर सुझाव मांगे हैं। जो भी रूट तय होगा, उसके अंतिम निर्धारण के बाद डीपीआर तैयार करके रेल मंत्रालय को भेजेंगे।

सबसे ज्यादा फायदा निमाड़ को

मुख्य उद्देश्य खरगोन, बड़वानी सहित निमाड़ के उन हिस्सों को रेल नेटवर्क से जोड़ना है जहां अब तक रेल नहीं पहुंची

है। सबसे ज्यादा फायदा इसका निमाड़ क्षेत्र को होगा।

खंडवा से वड़ोदरा की दूरी 200 किमी तक कम होगी।

रूट-1 (221 किमी)

आलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, से खंडवा।

245 पुल-पुलिया।

कुछ हिस्से में वन विभाग की जमीन। खंडवा से सीधे कनेक्टिविटि नहीं।

प्राथमिकता कम।

रूट-2 (217 किमी)

आलीराजपुर, नानपुर, कुक्षी, बड़वानी, खरगोन, भीकनगांव, खंडवा बायपास।

217 पुल-पुलिया।

इसे दूसरे नंबर की प्राथमिकता पर रखा है।

रूट-3 (231 किमी)

आलीराजपुर, नानपुर, कुक्षी, निसरपुर, बड़वानी, खरगोन, बड़गांव गुर्जर।

236 पुल-पुलिया।

रेलवे इसे सबसे ज्यादा प्राथमिकता दे रहा है।

रूट-4 (227 किमी)

आलीराजपुर, नानपुर, धोलिया, सिंघाना, अंजड़, खरगोन, सुंदरेल, भोजाखेड़ी, खंडवा।

275 पुल-पुलिया।

जनप्रतिनिधियों की पसंद, पर रेलवे की प्राथमिकता कम

अधिकारियों को कहा है कि रूट ऐसा तय करें जिससे ज्यादा से ज्यादा क्षेत्र जुड़ें और लोगों को फायदा हो।