अवैध रेत खनन करने आया फाइटर पकड़ा, प्रशासन की कार्रवाई धीमी
Neemuch News: गांधीसागर के बैंक वाटर क्षेत्र में अवैध रेत खनन के लिए चार दिन पहले एक फाइटर जलयान पुलिस ने पकड़ लिया था। इसके बावजूद ट्रॉला ड्राइवर या अन्य संबंधित पक्ष अब तक कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाए हैं। फाइटर कहां से आया और कहां जा रहा था, इस बारे में भी पुख्ता जानकारी नहीं मिली है।
मनासा पुलिस ने इस मामले में खनिज विभाग को पत्र भेजकर कार्रवाई के लिए कहा है। सूत्रों के अनुसार, माफिया को बचाने के लिए प्रशासन में कार्रवाई में देरी की जा रही है। पहले खनिज विभाग ने दावा किया कि फाइटर पकड़ने पर मामला उनके क्षेत्राधिकार का होगा, जिससे प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं।
16 सितंबर को प्रकाशित खबर के बाद भी रेत माफिया सक्रिय रहे। खनिज विभाग ने दो सप्ताह पहले गांधीसागर में आठ फाइटर और नार्वे को डुबोने की कार्रवाई की थी। इसके तीन दिन बाद सोशल मीडिया पर नए फाइटर और रेत खनन के वीडियो वायरल किए गए, जिससे माफिया ने प्रशासन को चुनौती दी।
शनिवार को एक और फाइटर ट्रॉले पर मनासा पहुंचा, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया। जिन कंपनियों के नाम सामने आए, उनके अधिकारियों ने फाइटर से किसी संबंध से इंकार किया।
मनासा टीआई ने बताया कि 20 सितंबर को ट्रेलर नंबर एमएच 46 बीयू 1991 में भरे फाइटर को जब्त किया गया। क्षेत्र में शासन द्वारा कोई वैध खदान आवंटित नहीं की गई है, जिससे यह फाइटर अवैध रेत उत्खनन के लिए लाया गया प्रतीत होता है।
फाइटर के आने और जाने की जानकारी के लिए दस्तावेज मंगवाए गए हैं, लेकिन अभी तक कोई दस्तावेज नहीं मिले। मामले में मत्स्य विभाग से जानकारी ली जाएगी और वरिष्ठ अधिकारियों से मार्गदर्शन लेकर आगे कार्रवाई की जाएगी।
प्रभारी जिला खनिज अधिकारी ने कहा कि मामले की जांच चल रही है और नियमानुसार उचित कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि कानून के तहत ही कदम उठाए जाएंगे और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस प्रकार, गांधीसागर क्षेत्र में अवैध रेत खनन रोकने और फाइटर को नियंत्रित करने के लिए पुलिस और खनिज विभाग के बीच समन्वय जरूरी है। जल्द ही नियमों के अनुसार उचित कार्रवाई करने की तैयारी चल रही है।