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घनश्याम पाटीदार ने एक साल में बनाए 600 कट्टे जैविक खाद, अब बना रहे बड़ी यूनिट

 

Neemuch News: सेमलिया हीरा गांव के किसान घनश्याम पाटीदार ने मेहनत और नवाचार से खेती में बदलाव लाया है। उन्होंने वर्मी कम्पोस्ट (केंचुआ खाद) बनाकर एक साल में 600 कट्टे जैविक खाद तैयार की। पुणे और उदयपुर से प्रशिक्षण लेने के बाद उन्होंने उद्यानिकी विभाग से दो किलो केंचुए लेकर खाद बनाना शुरू किया।

इस खाद को उन्होंने अफीम की खेती करने वाले किसानों को 600 से 700 रुपए प्रति कट्टा बेचा, जिससे उन्हें अच्छी आमदनी हुई। खाद बनाने के लिए वे गांव की गौशाला से गोबर खरीदते हैं, जिससे वहां की आमदनी भी बढ़ी। खाद में ट्राइकोडरमा मिलाने से फंगस नहीं लगता। उनके पास 8 बीघा जमीन है, जिसमें पूरी तरह जैविक खेती करते हैं।

घनश्याम पाटीदार ने गोबर गैस प्लांट भी शुरू किया है, जिससे उनके घर की रसोई गैस चलती है और एलपीजी सिलेंडर की जरूरत नहीं पड़ती। वे खेत में नरवाई नहीं जलाते, बल्कि डी-कंपोजर डालकर उसे सड़ा देते हैं, जिससे वही जैविक खाद बन जाती है और पैदावार भी बढ़ती है।अब वे हर साल 1000 से 1500 कट्टे खाद तैयार कर बाजार में उतारने की योजना बना रहे हैं।

इसके लिए वे एक छोटी खाद निर्माण यूनिट लगाने की तैयारी में हैं। उन्हें ड्रिप सिंचाई के लिए 16 हजार की सहायता और 8 हजार का अनुदान भी मिला, जिससे रबी फसलों में पानी की बचत और पैदावार में बढ़ोतरी हुई है।