दिल्ली से अजमेर तक है ढोढर ब्लॉक के पान की खास पहचान, लेकिन घट रहा रकबा
Neemuch News: नीमच जिले की ग्राम पंचायत ढोढर ब्लॉक का देसी पान दिल्ली, मेरठ, सहारनपुर, अजमेर और रतलाम तक मशहूर है। यहां की मिट्टी की खास तासीर के कारण इस क्षेत्र के पान का स्वाद अलग होता है, जिससे इन जगहों पर इसकी अच्छी कीमत मिलती है।
कुकडेश्वर के किसान यहां आकर पान की खेती करते हैं। पहले यहां 500 से ज्यादा पनवाड़ियों में पान की खेती होती थी, जिससे ग्रामीणों को रोजगार भी मिलता था। लेकिन अब खेती का रकबा घट गया है। वजह है – बढ़ती लागत, बाजार की दूरी और पिछले 8 सालों से बंद हुआ सरकारी अनुदान।
ग्राम पंचायत की कुल आबादी 2400 है। यहां के लोग मुख्य रूप से पान, सोयाबीन और गेहूं की खेती करते हैं। साक्षरता दर 70 प्रतिशत है, लेकिन स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर कोई व्यवस्था नहीं है। इलाज के लिए लोगों को 3 किमी दूर कुकडेश्वर जाना पड़ता है।
पान उत्पादक किसानों का कहना है कि यदि सरकार फिर से अनुदान शुरू करे तो पान की खेती में रुचि बढ़ सकती है और रोजगार के अवसर फिर से बढ़ेंगे। यहां का देसी पान न सिर्फ खाने में उपयोगी है, बल्कि आयुर्वेदिक दवाइयों में भी काम आता है।गांव सड़क मार्ग से जुड़ा है और पंचायत स्तर पर सुविधाओं के विकास का प्रयास किया जा रहा है।