{"vars":{"id": "115716:4925"}}

फिल्म निर्माण में एआई बना रचनात्मक साथी, मंदसौर से जुड़े कलाकारों को मिला ऑनलाइन मार्गदर्शन

 

Neemuch News: मंगलवार को फिल्म निर्माण में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की भूमिका पर ऑनलाइन प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया। यह वेबिनार सिनेमा रिसर्च एंड डायलॉग काउंसिल की रजत जयंती पर हुआ, जिसमें देशभर के फिल्मकार, लेखक, कैमरामैन, संगीतकार और कलाकारों ने भाग लिया।

ग्वालियर के आईटीएम विश्वविद्यालय के फिल्म और जनसंचार विभाग के प्रमुख डॉ. मनीष जैसल मुख्य वक्ता रहे। उन्होंने कहा कि एआई अब सिर्फ तकनीक नहीं, बल्कि फिल्म निर्माण में रचनात्मक सहयोगी बन चुका है। लेखन, एडिटिंग, कास्टिंग, म्यूजिक कंपोजिंग और मार्केटिंग में एआई तेजी से उपयोग हो रहा है।

उन्होंने Runway ML, ChatGPT, Eleven Labs और Pika Labs जैसे टूल्स का उदाहरण देते हुए बताया कि एआई सीमित बजट में भी नए कलाकारों को बड़ा मंच दे सकता है। मंदसौर के युवाओं को उन्होंने प्रोत्साहित किया कि वे एआई का सही उपयोग करें।यह सत्र ADIRA पहल के अंतर्गत आयोजित हुआ, जिसे Google.org, DataLEADS और अन्य संस्थाओं का समर्थन प्राप्त है। वेबिनार में एआई के फायदे, पारंपरिक नौकरियों पर असर और रचनात्मकता की सीमाओं पर चर्चा हुई। प्रतिभागियों को सत्र के अंत में प्रमाणपत्र भी दिया गया।