12 दिन बाद बारिश से फसलें जलमग्न, किसानों को भारी नुकसान
Neemuch News: जिले में 12 दिन बाद मानसून फिर सक्रिय हुआ और कई क्षेत्रों में गुरुवार दोपहर को तेज बारिश हुई। इससे आम लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली, लेकिन खेतों में खड़ी और कटी हुई सोयाबीन फसल पानी में तैरने लगी। लंबे समय तक चली सूखाव और पीला मोजेक जैसी बीमारियों के कारण पहले से ही करीब 80 प्रतिशत फसल खराब हो चुकी थी। अब बारिश से किसानों के सामने और बड़ी समस्याएं खड़ी हो गई हैं।
बारिश से कई खेतों में उड़द और सोयाबीन की कटी फसल प्रभावित हुई। पिपलियारावजी और भंवरासा सहित कई इलाकों में पानी जमा होने से किसानों को नुकसान हुआ। किसानों ने प्रशासन से बिना समय गंवाए मुआवजा देने की मांग की है।
भादवामाता में चैत्र नवरात्रि के मेले की तैयारियों में भी रुकावट आई। दुकानदारों ने टेंट लगाए थे, लेकिन बारिश के कारण उन्हें नुकसान उठाना पड़ा। इसके साथ ही क्षेत्र के खेतों की फसल भी प्रभावित हुई।
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जिले में अब तक कुल 1111.1 मिमी बारिश हो चुकी है। गुरुवार को ही 25 मिमी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। यह बारिश दो दिन से मौसम में आए बदलाव और रिमझिम अलर्ट के बाद हुई।
किसानों का कहना है कि कटी हुई फसल पानी में तैरने लगी है और नुकसान का अंदेशा है। वे चाहते हैं कि प्रशासन फसल नुकसान का तुरंत सर्वे कर मुआवजा दे। वहीं, स्थानीय लोग भी तेज बारिश से राहत महसूस कर रहे हैं, लेकिन किसानों के लिए स्थिति चुनौतीपूर्ण बनी हुई है।
इस बार की बारिश ने स्पष्ट कर दिया है कि मानसून का इंतजार लंबे समय तक रह सकता है और किसानों को अपने फसल की सुरक्षा के लिए तैयार रहना होगा।