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4 दिन पहले रील बनाकर चुनौती दी थी 'लो हम फिर आ गए, आज गुजरात से एक और फाइटर बुलवाया

 

Neemuch News: मनासा क्षेत्र में रेत माफिया के हौसले बुलंद हैं। खनिज विभाग ने गांधीसागर डेम के बैंक वाटर में इनके 8 फाइटर व नावें डुबोने की कार्रवाई की थी। इसमें गाना बज रहा था कि लो हम फिर आ गए...। अब शनिवार को गुजरात से एक और नया फाइटर ट्रक पर खुलेआम बुलवाया गया। इसके वीडियो सामने आने के बाद मनासा पुलिस ने जब्त किया। जांच में साफ नहीं हो पाया कि फाइटर किसने बुलवाया है। इसकी कोई एनओसी दिखाई नहीं गई। हालांकि इनमें डीबीएल कंपनी का नाम सामने आया। कंपनी अधिकारियों से चर्चा करने पर उन्होंने इनकार किया। थाना प्रभारी का कहना है कि अभी दस्तावेज मंगवाए जा रहे हैं। कागज अधूरे होने पर ट्रक व फाइटर को जब्त करने की कार्रवाई की जा रही है।

खानखेड़ी क्षेत्र के बाद शनिवार को एक ट्रक में बड़ा फाइटर मनासा क्षेत्र में पहुंचा। इसका खुलेआम परिवहन किया जा रहा था। लोगों ने वीडियो वायरल किए तो मनासा पुलिस ने थाने के बाहर रोक लिया। यह फाइटर भी बताया जा रहा है कि रेत माफिया द्वारा मंगवाया गया है। माफिया ने प्रशासन को गुमराह करने के लिए एक लेटर के साथ फाइटर किसी कंपनी द्वारा बुलवाए जाने की गलत जानकारी वायरल की। पुलिस को ट्रक नंबर एमएच 46 बीयू 1971 के ड्राइवर ने जो दस्तावेज प्रस्तुत किए हैं, उनके अनुसार केके इनवाइरो टेक प्रा.लि. ने इस फाइटर को किराये पर लिया था। 20 सितंबर को गुजरात की कंपनी में विजिट का रिकॉर्ड दर्ज है, विजिटर के नाम और नंबर रिकॉर्ड किए गए हैं। इस नंबर पर बात करने पर सामने वाले व्यक्ति ने कहा कि नाव गुजरात से आई है और डीबीएल कंपनी के प्रोजेक्ट में जा रही थी। जब उसकी कंपनी व नाम जानना चाहा गया तो उसने बात टाल दी और कॉल डिस्कनेक्ट कर दी।

मनासा पुलिस ने जब्त किया गया फाइटर रख लिया है, मामले की जांच जारी है।

प्रशासन कार्रवाई करने से बच रहा

सूत्रों के अनुसार यह फाइटर खानखेड़ी में पांच माफिया मिलकर मंगवाते हैं। उन्हें राजनीतिक संरक्षण मिलने के चलते प्रशासन सख्त कार्रवाई से बचने के रास्ते निकाल रहा है, जिसके कारण मामले में देरी हो रही है। बताया जा रहा है कि वरिष्ठ अधिकारियों ने विभाग प्रमुखों से किस आधार पर कार्रवाई की जा सकती है यह पूछताछ की है। संबंधित परिवहन, खनिज व अन्य विभाग के अधिकारियों द्वारा टालमटोल प्रतिक्रियाएँ दी जा रही हैं।

हम इस तरह के फाइटर नहीं मंगवाते

दिलीप बिल्डकॉन कंपनी के वरिष्ठ प्रबंधक ने कहा कि वे इस तरह के फाइटर कंपनी के द्वारा नहीं मंगवाते। इधर मनासा थाना प्रभारी ने बताया कि अभी ट्रक ड्राइवर से और दस्तावेज मंगवाए जा रहे हैं। ड्राइवर का कहना है कि डीबीएल कंपनी ने मंगवाया है लेकिन कोई पुख्ता दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए जा रहे। ऐसे में अवैध परिवहन के आरोप में ट्रक व फाइटर को जब्त किया जा रहा है। जांच के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी।

रेत निकालते हुए मिला होता तो नियम लागू होते

खनिज विभाग का कहना है कि यदि फाइटर रेत निकालते हुए पकड़ा जाता तो खनिज विभाग के कड़े नियम लागू होते और सख्त कार्रवाई की जाती। इस पर जिन विभागीय नियमों का पालन आवश्यक होगा, उनके अनुसार कार्रवाई की जाएगी — खनिज विभाग के प्रभारी अधिकारी के अनुसार।

आरटीओ का दायरा नहीं

विशेषज्ञों के मुताबिक, चाहे फाइटर पर टायर लगे हों या वह सड़क पर चल रहा हो, यह मोटर व्हीकल एक्ट का मामला नहीं बनता; यह रेवेन्यू व खनिज से जुड़ा मामला हो सकता है और इसमें आरटीओ का कोई विशेष प्रावधान नहीं है। आरटीओ के अधिकारी ने कहा कि उपकरण के प्रकार व उपयोग के आधार पर कानूनी प्रक्रिया अलग होती है।

दस्तावेजों की जांच जारी

फाइटर कहाँ से आया है और इसकी अनुमति किसने दी यह स्पष्ट करने के लिए दस्तावेजों की विस्तृत जांच की जा रही है। जांच के बाद ही तय होगा कि किस विभाग के दायरे में आकर कितनी सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम मनासा ने कहा कि दस्तावेजों के सत्यापन के आधार पर ही अगला कदम उठाया जाएगा और जो भी नियम लागू होंगे, उनके अनुरूप कार्रवाई होगी।