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Mandsaur News: मंदसौर में 57 दुकानों को कब्जे में लेने की कार्रवाई पड़ी कमजोर, अभी तक नहीं हुई नीति तय

मंदसौर में 57 दुकानों को कब्जे में लेने की कार्रवाई पड़ी कमजोर, अभी तक नहीं हुई नीति तय
 

Mandsaur News: मध्य प्रदेश के मंदसौर शहर में बद्रीविशाल मंदिर के नाम दर्ज संपत्तियों को कब्जे में लेने की प्रशासन की कार्रवाई कमजोर पड़ गई है। प्रशासन ने सिर्फ मनासा की कृषि भूमि को कब्जे में लेने की कार्रवाई की है। मंदिर के नाम नगर में 57 दुकानें हैं। इनको कब्जे में लेने की कार्रवाई 5 महीने बाद भी नहीं हो पाई है। प्रशासन दुकानों के मामले में कोई भी नीति तय नहीं कर पाया है। इसके पीछे सत्ता पक्ष का दबाव बताया जा रहा है। संपत्ति को कब्जे में लेने के लिए जो दल गठित किया था, उसने दुकानों के संबंध में नीलामी करने या किराये पर देने संबंधित नीति के लिए प्रतिवेदन बनाकर तहसीलदार को दिया है। इस पर कोई एक्शन नहीं हुआ है। इधर, कुकडेश्वर क्षेत्र के गांव फोफलिया में स्थित मंदिर के नाम कृषि भूमि को 25 अप्रैल को प्रशासन कब्जे में लेगा।

नगर में बद्रीविशाल मंदिर के नाम दर्ज करोड़ों की संपत्ति को तथा कथित भूमाफिया द्वारा खुर्द-बुर्द करने की साजिश रची गई। मंदिर के नीचे दुकानों को बेचने का काम किया। वहीं कृषि भूमि पर भी कॉलोनी काटी। मामले में प्रशासन ने संज्ञान लेकर 11 सदस्यीय दल का गठन किया था। इसने नगर सहित क्षेत्र में स्थित संपत्ति को चिन्हित किया। इसमें नगर में 57 दुकानें और 3.386 हेक्टेयर जमीन दर्ज है। प्रशासन ने मनासा की कृषि भूमि तो कब्जे में ले ली लेकिन दुकानों को 5 महीने बाद भी कब्जे में नहीं ले पाया। मंदिर की संपत्तियों का संचालन इससे पहले ट्रस्ट कर रहा था। संपत्ति के मामले में धांधलियां होने की शिकायतें मिलने पर प्रशासन ने संपत्ति समेत बैंक खाते अपने आधिपत्य में लिया। ट्रस्ट को भंग कर फर्जी बताया था।


अधिकारियों से मार्गदर्शन प्राप्त कर जल्द कार्रवाई करेंगे

मुकेश निगम, तहसीलदार मनासा ने इस मामले में कहां है कि मंदिर के नाम दर्ज संपत्ति को कब्जे में लेने की कार्रवाई प्रशासन द्वारा लगातार की जा रही है। 25 अप्रैल को फोफलिया में कृषि भूमि को कब्जे में लेने की कार्रवाई की जाएंगी। मंदिर के नाम दुकानों के मामले में वरिष्ठ अधिकारियों से मार्गदर्शन प्राप्त कर जल्द कार्रवाई करेंगे।