स्वच्छ सर्वेक्षण फिर से गांवों की ओर, 2021 में मंदसौर बना था मप्र का नंबर-1 जिला
Mandsaur News: चार साल बाद फिर से ग्रामीण इलाकों में स्वच्छता सर्वेक्षण होने जा रहा है। इस जुलाई के पहले सप्ताह में केंद्रीय टीम गांवों में जाकर साफ-सफाई और स्वच्छता का आंकलन करेगी। पिछला सर्वेक्षण 2021 में हुआ था, जिसमें मंदसौर जिला मध्यप्रदेश का एकमात्र जिला था जो टॉप 100 में शामिल हुआ था और राष्ट्रीय रैंकिंग में 98वें स्थान पर था।
स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत जिले में फिर से तैयारी शुरू हो गई है। पड़ोसी जिले रतलाम में सर्वे टीम कुछ दिनों में मंदसौर के गांवों में भी पहुंचेगी। एसबीएम ग्रामीण प्रभारी प्रकाश गिरासे ने बताया कि अब गांवों की भी शहरों की तरह स्वच्छता पर कड़ी नजर रखी जाएगी।इस सर्वेक्षण में गांवों की सफाई, स्वास्थ्य केंद्रों, पंचायत भवनों और सार्वजनिक स्थलों की जांच की जाएगी। इसके लिए नए मानकों के अनुसार पर्यवेक्षक और कर्मियों को जिम्मेदारी दी गई है, जो गांवों में जन जागरूकता अभियान भी चलाएंगे और ग्रामीणों की भागीदारी सुनिश्चित करेंगे।
2016 में यह सर्वेक्षण पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू हुआ था। 2018 में मंदसौर 92वें स्थान पर था, जबकि 2021 में यह 98वें नंबर पर था। कोविड-19 के कारण 2023 में हुए सर्वेक्षण का परिणाम अभी जारी नहीं हुआ है। इस बार 34 राज्यों के 761 जिले और 21 हजार गांवों का सर्वे किया जाएगा, जिससे जिले के लिए अच्छी रैंकिंग हासिल करना चुनौतीपूर्ण होगा।
गिरासे ने आम लोगों से भी अपने गांव की स्वच्छता पर सुझाव देने की अपील की है। लोग मोबाइल से क्यूआर कोड स्कैन कर या स्वच्छ सर्वेक्षण ऐप डाउनलोड कर अपनी राय दर्ज कर सकते हैं। इस पहल से न केवल गांव बल्कि पूरा मध्यप्रदेश स्वच्छता में आगे बढ़ सकता है।