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Ration Card E-KYC: ई-केवाईसी नहीं करवाने वाले लाखों लोगों का बंद हो सकता है राशन, 30 अप्रैल तक करवाएं ई-केवाईसी

 
30 अप्रैल तक करवाएं ई-केवाईसी

Ration Card E-KYC: मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में राशन लेने वाले 1.56 लाख लोगों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। जिले में 1.56 लाख लोग ऐसे हैं जिन्होंने अभी तक ई-केवाईसी नहीं करवाई है। ऐसे राशन लेने वाले उपभोक्ताओं को 30 अप्रैल तक ई-केवाईसी कराना होगी। नहीं कराने पर राशन मिलना बंद हो सकता है। इसके लिए शासन ने 10 से 30 अप्रैल तक विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया है। 

जिले में 534 उचित मूल्य की दुकानें हैं। जहां से 10 लाख 16 हजार 349 सदस्य प्रतिमाह राशन लेते हैं लेकिन अब भी 1 लाख 56 हजार 333 सदस्यों ने ई-केवाईसी नहीं कराई है। इन्हें मई से राशन नहीं मिलेगा।

ई-केवाईसी नहीं कराने वाले उपभोक्ता को नहीं मिलेगा राशन 

मंदसौर में ई-केवाईसी ना करवाने वाले उपभोक्ताओं को मिलने वाले राशन पर अब तलवार लटक गई है। खाद्य मंत्रालय ने साफ तौर पर कहा है कि ई-केवाईसी नहीं कराने वाले हितग्राहियों को राशन नहीं दिया जाएगा। जिले में ऐसे हितग्राहियों को उचित मूल्य को दुकानों पर पहुंचकर पीओएस मशीन से ई-केवाईसी कराना होगी। 

पहले शासन ने मार्च तक केवाईसी कराने की बात कही थी। अब 30 अप्रैल तक कराने के निर्देश दिए। जिले में ई-केवाईसी की प्रक्रिया जारी है। इस प्रक्रिया का पालन समय पर नहीं किया तो बन नेशन बन कार्ड की सुविधा से वंचित रहकर राशन से वंचित रहना पड़ सकता है। 

क्षेत्रों की बात करें तो भानपुरा जनपद में 48, गरोठ में 108, मंदसौर में 126, सीतामक में 118 दुकानें है। जहां से पात्र व्यक्ति को सरकार की तरफ से गेहूं, चावल दिया जाता है।

10 अप्रैल से शुरू हुआ अभियान, असुविधा से बचें

डीएसओ नारायण सिंह चंद्रावत ने बताया कि जिले में 2,47,754 परिवारों के 10,16,349 सदस्य राशन ले रहे हैं। इनमें से 8,60,016 सदस्यों ने ई-केवाईसी करवा ली है। बाकी बचे 1,56,333 सदस्यों के लिए 10 से 30 अप्रैल तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। शासन ने स्पष्ट किया है कि तय समय सीमा में केवाईसी नहीं कराने पर पात्र हितग्राही राशन से वंचित हो सकते हैं। ऐसे में सभी पात्र हितग्राहियों से अपील है कि वे विशेष अभियान के दौरान अपनी केवाईसी जरूर करवा लें।

ई-केवाईसी करवाने में लोगों को आ रही परेशानी

जिले में डेढ़ लाख से ज्यादा लोग ई-केवाईसी से वंचित हैं। इन्हें व्यावहारिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिले में कई मजदूर ऐसे हैं जिन्हें अपना परिवार चलाने के लिए जिले के बाहर पलायन करना पड़ रहा है। ऐसे मजदूर अपने परिवार की ई-केवाईसी नहीं करा सके हैं। इसके अलावा 5 साल से कम उम्र के बच्चों का आधार अपडेट नहीं होने से ई-केवाईसी में परेशानी आ रही है। वहीं बुजुर्गों के फिंगर पीओएस मशीन नहीं ले पा रही है। इससे केवाईसी नहीं हो पा रही है।