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क्वार्टर आवंटन में आवेदन और सूचना न होने पर कर्मचारियों ने जताई आपत्ति

 

Mandsaur News: आईपीपी 6 के पास तैयार स्वास्थ्यकर्मियों के आवास की पहली सूची विवादों में है। सीएमएचओ कार्यालय ने बगैर सूचना और बिना आवेदन लिए 20 नामों की सूची जारी की। विभागीय कर्मचारियों ने वरिष्ठता दरकिनार होने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की। नर्सिंग स्टाफ ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा और विधायक ने भी आपत्ति जताई।

सूची में चिकित्सकों से लेकर मेल-फीमेल नर्सिंग स्टाफ के नाम शामिल हैं। आरोप है कि जिन्हें क्वार्टर मिला, उनकी प्रक्रिया की सूचना सभी को नहीं दी गई। कुछ कर्मचारियों ने कहा कि डे-नाइट या इमरजेंसी ड्यूटी देने वालों को सूची में शामिल नहीं किया गया जबकि उन्हें प्राथमिकता मिलनी चाहिए थी। जिन्हें आवंटन हुआ, उनका गृह जिला मंदसौर ही है।

कर्मचारियों ने कहा कि इमरजेंसी यूनिट जैसे आईसीयू, ओटी, पीआईसीयू, एसएनसीयू में कार्यरत प्रमुख कर्मचारियों के नाम सूची में नहीं हैं। कई पात्र आवेदन ही नहीं कर पाए क्योंकि प्रक्रिया की सूचना नहीं दी गई। वरिष्ठता का पालन भी नहीं हुआ।

सीएमएचओ ने कहा कि सभी को सूचना दे दी गई थी। 350 फॉर्म आए थे, सभी को आवंटन नहीं दिया जा सकता था। एक कमेटी में सिविल सर्जन, अकाउंटेंट और इंजीनियर सहित अन्य सदस्य शामिल थे। प्राथमिकता इमरजेंसी ड्यूटी करने वाले डॉक्टरों को दी गई। जिनके घर नहीं हैं, उन्हें भी पात्रता में लिया गया। विधायक को पूरी प्रक्रिया की जानकारी दी गई। क्वार्टर अलॉटमेंट में पारदर्शिता रखी गई और हैंडओवर के बाद सूची जारी की गई।