{"vars":{"id": "115716:4925"}}

सड़क किनारे पाथवे पर उगी झाड़ियां बनी राहगीरों के लिए मुसीबत, फर्श टूटने से दुर्घटना का खतरा

 

Mandsaur News: शहर की प्रमुख सड़कों और बाजारों में लोगों के सुगम आवागमन के लिए वर्षों पहले नगरपालिका ने पाथवे का निर्माण कराया था। उद्देश्य था कि राहगीरों को सड़क पर चलने की बजाय सुरक्षित पाथवे मिले और यातायात भी प्रभावित न हो। उस समय हरियाली बढ़ाने के लिए पाथवे और डिवाइडरों पर पौधे भी लगाए गए थे। लेकिन लापरवाही के कारण अब यही पौधे मुसीबत बन गए हैं। समय पर छंटाई न होने से झाड़ियां पसर गई हैं और लोग ठीक से चल भी नहीं पाते।

डिवाइडरों पर लगे पौधों की कटाई-छंटाई समय-समय पर हो जाती है, लेकिन पाथवे पर लगाए गए पेड़-पौधे अनदेखी का शिकार हैं। कई जगह पौधे इतने घने हो चुके हैं कि राहगीरों का गुजरना मुश्किल हो गया है। वहीं पाथवे पर लगाए गए सीसी ब्लॉक और फर्श टूट-फूट का शिकार हैं, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।

करीब दस साल पहले जब उत्कृष्ट मार्ग का निर्माण हुआ था, तब डिवाइडरयुक्त सड़क, पाथवे, ड्रेनेज लाइन और सर्विस लाइन भी बनाई गई थी। योजना यह थी कि एक नाली से घरों और बरसात का पानी निकले और दूसरी में टेलीफोन व इंटरनेट की केबल बिछाई जाए, ताकि सड़क खोदने की जरूरत न पड़े। लेकिन इनका सही रखरखाव नहीं हो सका। कई जगह ढक्कन टूट गए हैं और पाथवे भी जर्जर हो गए हैं।

गोमाबाई मार्ग और अन्य प्रमुख रास्तों पर स्थिति और गंभीर है। यहां पौधों की छंटाई न होने से झाड़ियां सड़क तक फैल गई हैं। ऊपर से बिजली की लाइनें निकल रही हैं, जिससे करंट फैलने का खतरा भी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नगरपालिका अगर नियमित कटाई-छंटाई करे तो यह समस्या आसानी से दूर हो सकती है।

समाजसेवी दिनेश शर्मा बताते हैं कि इस संबंध में कई बार शिकायतें की जा चुकी हैं, लेकिन कर्मचारी ध्यान नहीं देते। बिजली कंपनी साल में दो बार लाइन का मेंटेनेंस करती है और उस समय केवल उन्हीं पौधों को काटा जाता है जो पोल या तारों से टकराते हैं। बाकी पौधे बढ़कर पाथवे पर कब्जा कर लेते हैं और राहगीरों के लिए खतरा बन जाते हैं।

पाथवे की असली स्थिति और भी खराब है क्योंकि कई जगह अतिक्रमण ने इन्हें निगल लिया है। दुकानदार और ठेले वाले पाथवे पर कब्जा कर लेते हैं। कहीं वाहन पार्किंग कर दी जाती है तो कहीं पर सामान रख दिया जाता है। गोमाबाई रोड, टैगोर मार्ग, सब्जी मंडी रोड, एलआईसी रोड और कई अन्य स्थानों पर पाथवे नाम मात्र के रह गए हैं।

नगरपालिका की जिम्मेदारी है कि वह न केवल पौधों की देखभाल करे बल्कि अतिक्रमण भी हटाए। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब डिवाइडर पर लगे पौधों की हर महीने देखरेख होती है तो पाथवे पर लगे पौधों की कटाई क्यों नहीं हो सकती। पाथवे पर गाजर घास और कांटेदार झाड़ियां तक उग आई हैं, जिससे लोगों को चोट लगने का डर रहता है।

लोक निर्माण शाखा के प्रभारी ने कहा है कि पाथवे की मरम्मत जल्द कराई जाएगी। पौधों की छंटाई-छंटाई भी बाग-बगीचा विभाग से करवाई जाएगी और अतिक्रमण हटाने पर भी कार्रवाई होगी। फिलहाल लोग उम्मीद लगाए बैठे हैं कि जिम्मेदार विभाग जल्द कदम उठाएगा और पाथवे अपने असली स्वरूप में वापसी करेगा।