जिले में बिछेगी 300 मीटर लंबी पाइपलाइन, कई गांवों को मिलेगा पेयजल
Mandsaur News: गांधीसागर समूह-1 जलप्रदाय योजना का काम तेजी से जारी है। 1049 करोड़ की इस योजना का लगभग 85 फीसदी हिस्सा पूरा हो चुका है। इस साल दिसंबर तक इंटकवेल और रॉ वाटर पंपिंग का काम पूरा होने के बाद पानी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचना शुरू होगा। हालांकि घर-घर नलों से पेयजल अगले साल ही उपलब्ध हो सकेगा।
बसई गांव के पास चंबल नदी के ऊपर 300 मीटर लंबी पाइपलाइन बिछाई जा रही है। इसका स्ट्रक्चर तैयार हो चुका है और लगभग छह पिलर बन चुके हैं। 1200 मिमी व्यास की इस पाइपलाइन से पानी ओवरहेड टैंक तक जाएगा। इसके जरिए मंदसौर, सीतामऊ, मल्हारगढ़ और आलोट विकासखंड के 393 गांवों के 55,583 घरेलू कनेक्शन लाभान्वित होंगे।
योजना के तहत चंबल नदी से प्रतिदिन 11.5 करोड़ लीटर पानी मंदसौर के 629 और आलोट के 191 गांवों तक पहुंचाया जाएगा। इसके अलावा भैंसोदामंडी, ताल और आलोट नगर परिषद को बल्क सप्लाई दी जाएगी। अधिकांश लाइन बिछाई जा चुकी है, जबकि किलगारी पर इंटकवेल का निर्माण लंबित था, लेकिन अब निर्माण कार्य फिर से शुरू हो गया है।गोपालपुरा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से इंटकवेल तक पावर सप्लाई लाइन डालने का काम भी अधूरा है। पहले योजना थी कि इंटकवेल बनने तक कुछ गांवों को स्थानीय स्रोतों से पानी दिया जाए, लेकिन तकनीकी खामियों के कारण ऐसा संभव नहीं हो सका।
मनसून सीजन में लगातार कार्य जारी है। अब उम्मीद है कि दिसंबर 2025 तक इंटकवेल और रॉ वाटर पंपिंग का काम पूरा हो जाएगा और पानी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचेगा। फिलहाल जिले के 57 गांवों में स्थानीय स्रोतों से 13,645 घरेलू कनेक्शनों के माध्यम से पानी उपलब्ध कराया जा रहा है।
योजना में कुल 1757.66 किमी लाइन बिछानी है, जिसमें से अब तक 1715.92 किमी डाली जा चुकी है। ओवरहेड टैंक का 186 में से 281 का सिविल वर्क पूरा हो चुका है, बाकी निर्माणाधीन है। नल कनेक्शन में 1,54,364 लक्ष्यों में से 1,13,715 पूरे हो चुके हैं।
इस योजना के पूरी तरह कार्यान्वयन से मंदसौर और आलोट के कई गांवों को शुद्ध पेयजल मिलेगा और ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की गंभीर समस्या दूर होगी।