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MP और राजस्थान को जोड़ने हेतु मंदसौर जिले में बनेगा 330 मीटर लंबा पुल, सरकार खर्च करेगी 20 करोड़ से अधिक राशि

ठेकेदार के अनुसार इस बार पुल की लंबाई 228 मीटर से बढ़ाकर 330 मीटर की जा रही है। नदी पर 14 पिलर बनेंगे। बारिश के बाद नदी के बीच नए पिलर बनाने का काम भी शुरू हो जाएगा।दरअसल, यह पुल सितंबर 2019 की बाढ़ में बह गया था। तब से लोग लगातार इसके निर्माण की मांग कर रहे थे।
 

MP News: मध्यप्रदेश राज्य के मंदसौर जिले में सरकार एमपी और राजस्थान को जोड़ने के लिए 330 मीटर लंबे चंबल (धतुरिया) ब्रिज का निर्माण करने जा रही है।  इस ब्रिज का काम शुरू हो गया है। जनप्रतिनिधियों और अफसरों की नाकामी उजागर होने के बाद जिम्मेदार हरकत में आए और आनन-फानन में प्रक्रिया पूरी करवाई। भास्कर की खबर के बाद ठेकेदार को नोटिस जारी किए। अब डिजाइन की स्वीकृति मिलते ही पुराने ब्रिज का मलबा हटाने का काम शुरू हो गया है।

ठेकेदार के अनुसार इस बार पुल की लंबाई 228 मीटर से बढ़ाकर 330 मीटर की जा रही है। नदी पर 14 पिलर बनेंगे। बारिश के बाद नदी के बीच नए पिलर बनाने का काम भी शुरू हो जाएगा।दरअसल, यह पुल सितंबर 2019 की बाढ़ में बह गया था। तब से लोग लगातार इसके निर्माण की मांग कर रहे थे। पिछले दो विधानसभा चुनाव में भी यह बड़ा मुद्दा रहा। नेताओं ने वादे किए लेकिन निर्माण शुरू नहीं हो सका।

20 करोड रुपए से अधिक की राशि होगी खर्च

इस पुल का निर्माण मप्र सेतु विकास निगम की निगरानी में होना है। सरकार ने बजट में इसके लिए 20 करोड़ 83 लाख रुपए मंजूर किए थे। पांच बार टेंडर हुए, छठी बार कल्याण टोल इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को ठेका मिला। जनवरी में कंपनी ने मिट्टी परीक्षण किया। इसके बाद काम रुक गया। बीते महीने डोंगी का पटिया टूटने से हुए हादसे में एक महिला की डूबने से मौत हो गई थी जबकि इससे पहले एक फौजी परिवार भी डूब चुका चुका है। फटकार के बाद ठेकेदार ने डिजाइन बनाकर विभाग को भेजा और इसकी स्वीकृति मिलते ही निर्माण शुरू हो गया।

ढाई साल में होगा पुल का निर्माणकार्य पूरा

ठेकेदार अमित जैन का कहना है कि फिलहाल पुराना स्ट्रक्चर हटाया जा रहा है। अगले ढाई साल में निर्माण पूरा कर देंगे। इस बार पुल की लंबाई 330 मीटर की जा रही है। दोनों किनारों से काम शुरू हो गया है। बता दें कि पुल के अभाव में लोगों को करीब 50 किमी का अतिरिक्त फेर लगाना पड़ रहा है। इससे व्यावसायिक गतिविधियों पर भी गहरा असर पड़ा है।